मुजफ्फरनगर जनपद की महाभारतकालीन पावन धरती शुकतीर्थ एक बार फिर इतिहास रचने जा रही है, जहाँ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री Yogi Adityanath 11 जून को एक अत्यंत महत्वपूर्ण और भव्य कार्यक्रम में शामिल होंगे। यह आयोजन संत शिरोमणि सतगुरु रविदास-संत समनदास मिशन (रजि०) के तत्वावधान में संपन्न होगा, जिसे लेकर प्रशासनिक महकमा पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन से पहले प्रशासनिक अमले में हलचल तेज

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रस्तावित यात्रा के मद्देनज़र कमिश्नर सहारनपुर अटल कुमार राय और डीआईजी अभिषेक सिंह ने मौके पर पहुंचकर तैयारियों की गहन समीक्षा की। इस दौरान डीएम उमेश मिश्रा, एसएसपी संजय वर्मा, सीडीओ कमलकिशोर कंडारकर देशमुख, एडीएम फाइनेंस गजेंद्र सिंह, एडीएम प्रशासन संजय सिंह, एसपी देहात आदित्य बंसल और एसपी ट्रैफिक अतुल चौबे के साथ संयुक्त रूप से सभी आवश्यक व्यवस्थाओं की विस्तृत समीक्षा की गई।

यातायात, सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधा को दी जा रही प्राथमिकता

मुख्यमंत्री के आगमन के चलते ट्रैफिक मैनेजमेंट, सुरक्षा व्यवस्था, हेलीपैड स्थल का निरीक्षण, कार्यक्रम स्थल पर जनसभा की व्यवस्था, स्वच्छता, श्रद्धालुओं के लिए पेयजल एवं प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा, सभी पहलुओं पर बारीकी से नजर रखी जा रही है। सभी संबंधित अधिकारियों को यह निर्देश भी दिए गए हैं कि किसी भी स्थिति में श्रद्धालुओं या आगंतुकों को असुविधा न हो।

शांतिपूर्ण आयोजन के लिए खुफिया तंत्र और स्पेशल फोर्स की तैनाती

इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए जा रहे हैं। एलआईयू इंस्पेक्टर आकाश सक्सेना, इंटेलिजेंस यूनिट, डॉग स्क्वॉड टीम, और सीएफओ अनुराग सिंह जैसे उच्च अधिकारी सुरक्षा इंतज़ामों की निगरानी कर रहे हैं। प्रशासन का लक्ष्य है कि यह आयोजन न केवल शांतिपूर्ण बल्कि प्रेरणादायक भी हो।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष निर्देश

एसडीएम जानसठ जयेंद्र कुमार और तहसीलदार श्रद्धा गुप्ता को निर्देशित किया गया है कि श्रद्धालुओं के लिए शौचालय, जलापूर्ति, बैठने की उचित व्यवस्था, और हेल्प डेस्क आदि सुविधाएँ सुनिश्चित की जाएँ। कार्यक्रम स्थल के आसपास वाहन पार्किंग, आपातकालीन सेवाओं, और रूट डायवर्जन की योजनाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है।

भव्यता और गरिमा से भरपूर होगा आयोजन

प्रशासन द्वारा दिए गए संकेतों के अनुसार, यह कार्यक्रम राजकीय गरिमा के अनुरूप पूरी भव्यता से संपन्न किया जाएगा। योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में इस ऐतिहासिक स्थल पर संत समनदास मिशन के तत्वावधान में धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी, जो पूरे क्षेत्र को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देंगी।

महत्वपूर्ण पहलू: धार्मिक सद्भाव और सामाजिक जागरूकता का संगम

इस आयोजन के ज़रिए शुकतीर्थ की पहचान केवल एक तीर्थ स्थल के रूप में ही नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता और धार्मिक एकता के प्रतीक स्थल के रूप में की जा रही है। मुख्यमंत्री का यह दौरा न केवल राजनीतिक बल्कि आध्यात्मिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

ऐतिहासिक स्थल शुकतीर्थ की गरिमा को नया आयाम

शुकतीर्थ, जिसे महाभारत काल से जोड़ा जाता है, आज पुनः राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का केंद्र बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के माध्यम से प्रदेश सरकार शुकतीर्थ को धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित करने की दिशा में ठोस कदम उठा रही है। इससे न केवल क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि रोज़गार के अवसर भी उत्पन्न होंगे।

शासन-प्रशासन की सुसंगठित रणनीति

योगी सरकार के निर्देशों के अनुसार, इस आयोजन के लिए बनाए गए कार्यसमूह ने योजनाबद्ध तरीके से कार्यों का विभाजन किया है। हर विभाग को उसकी जिम्मेदारी के साथ समयबद्ध लक्ष्य दिए गए हैं। आयोजन के पूर्व अंतिम रिहर्सल और मॉक ड्रिल्स भी आयोजित की जाएँगी ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने में कोई चूक न हो।

स्थानीय लोगों में उत्साह और उमंग

शुकतीर्थ क्षेत्र के स्थानीय निवासियों में इस आयोजन को लेकर जबरदस्त उत्साह है। दुकानें सज रही हैं, स्थानिक स्वयंसेवी संगठन भी पूरी तत्परता से लगे हुए हैं। विद्यालयों, महाविद्यालयों और आश्रमों में भी तैयारियाँ चरम पर हैं। जनता को विश्वास है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह दौरा क्षेत्र के लिए वरदान साबित होगा।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शुकतीर्थ आगमन न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह एक व्यापक सामाजिक एवं सांस्कृतिक पुनर्जागरण का संकेत भी है। प्रशासनिक सतर्कता और भव्य तैयारियों के चलते यह आयोजन ऐतिहासिक बनता जा रहा है। उत्तर प्रदेश की धरती पर धर्म, संस्कृति और विकास के इस संगम का पूरा देश साक्षी बनने जा रहा है।



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