
सीएम योगी
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कानून व्यवस्था पर कहा कि अपराधियों को गोली न मारें तो क्या माला पहनाएं? उन्होंने कहा कि गोमती नगर के आरोपियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई हो रही है। लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई हुई है।
उन्होंने अयोध्या में अति पिछड़े वर्ग की बच्ची से रेप का आरोपी अयोध्या सांसद का करीबी है और हरदोई में अधिवक्ता की हत्या का आरोपी वीरेंद्र यादव सपा का पूर्व जिलाध्यक्ष है। उस पर 2012 से 2017 के मध्य सपा शासन में इस पर कई मामले दर्ज हुए। यह समाज के कोढ़ हैं। इस कोढ़ को जब तक हटाएंगे नहीं, तब तक यूपी की स्थिति को ठीक करने में कठिनाई होगी। ऐसे अपराधियों को गोली न मारें तो क्या माला पहनाएं।
उन्होंने अपराध से जुड़े रिकार्ड का जिक्र करते हुए कहा कि डकैती में 86.47, लूट में 78. 17, हत्या में 43.21, बलवा में 67.42, ग्रह भेदन 4.31, फिरौती के लिए अपहरण में 70 फीसदी मामलों में कमी आई है। बलात्कार के मामले में छत्तीसगढ़, केरल, राजस्थान व झारखंड में यूपी से अधिक अपराध घटित हुए थे। यूपी का इसमें 24वां स्थान है। शील भंग में यूपी का 17वां स्थान है यानी 16 राज्यों में यूपी से अधिक अपराध हुए हैं। यूपी में निरोधात्मक कार्रवाई के तहत शस्त्र अधिनियम के तहत 2016 की तुलना में 2024 में 4.45 प्रतिशत, एनडीपीएस में 14.98 फीसदी, आबकारी अधिनियम के अंतर्गत 57.95 प्रतिशत, गुंडा अधिनियम 70.69, गैंगस्टर के तहत 15.81 फीसदी अधिक कार्रवाई हुई है।
गोमतीनगर के आरोपियों के लिए चलेगी ”बुलेट” ट्रेन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला सुरक्षा के सवाल का जवाब देते हुए गोमती नगर की घटना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि गोमती नगर के आरोपियों के लिए बुलेट ट्रेन चलेगी। होटल ताज के पास अंडर पास में भरे पानी में राहगीरों के साथ बदतमीजी और युवती के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना पर मुख्यमंत्री ने कहा इस मामले का पहला आरोपी मनोज यादव और दूसरा मोहम्मद अरबाज है। ये सद्भावना वाले लोग हैं। चिंता न करिए हमारी सरकार इनके लिए सद्भावना ट्रेन नहीं बल्कि ”बुलेट” ट्रेन चलाएगी। इसकी तैयारी की जा रही है।
उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा हमारे लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है, जो खिलवाड़ करेगा, वो खामियाजा भुगतेगा। इसके लिए हमारी सरकार ने प्रदेश की प्रत्येक मां, बहन और बेटी को आश्वस्त किया है। इस घटना में डीसीपी, एडीसीपी और एसीपी को हटा दिया है। साथ ही थाने के इंस्पेक्टर और पूरी चौकी को निलंबित करते हुए कार्रवाई प्रारंभ कर दी है।