इस्राइल में 6000 कुशल कामगारों के प्रदर्शन के बाद श्रम विभाग अन्य देशों में भी प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार का डाटा तैयार कर रहा है। इसमें सबसे ऊपर जापान और जर्मनी हैं। जापान में ओल्ड एड केयर सेक्टर के तहत वृद्धों की सेवा करने वालों की मांग बहुत है। वहीं, जर्मनी में नर्सों की खासी डिमांड है। विभाग के मुताबिक दोनों ही देशों में दो लाख रुपये महीना तक वेतन मिलेगा। घर व भोजन की सुविधा भी रहेगी।
प्रमुख सचिव श्रम एवं सेवायोजन डॉ. एमकेएस सुंदरम ने बताया कि इस्राइल में निर्माण क्षेत्र में यूपी के कुशल कामगारों के हुनर की चर्चा दुनिया के अन्य देशों में भी हो रही है। इसे देखते हुए उप्र. रोजगार मिशन के तहत अन्य देशों में भी रोजगार के अवसर तलाशे जा रहे हैं। इस कड़ी में जर्मनी और जापान की इंडस्ट्री से बात जारी है।
जर्मनी में अस्पतालों में नर्स और जापान में घरों में बुजुर्गों की देखभाल की नौकरियां काफी ज्यादा हैं। उन्होंने बताया कि विदेश में नौकरी के लिए युवाओं को तैयार करने के उद्देश्य से सरकार ने ट्रेनिंग मॉड्यूल तैयार किया है। प्रशिक्षित कर युवाओं को प्रोफेशनल रूप से तैयार किया जाएगा। बाजार की मांग के अनुरूप ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किए जाएंगे। खाड़ी देशों से भी कुशल श्रमिकों के लिए लगातार डिमांड आ रही है।
पोर्टल से मिलेगी जानकारी
योजना के अनुसार प्लेसमेंट सेल एक ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से काम करेगा। इसमें विदेश में नौकरी के इच्छुक युवा रजिस्ट्रेशन कराएंगे। पोर्टल से जानकारी ली जा सकेगी कि किस देश में कौन से ट्रेड में कुशल युवाओं की आवश्यकता है।
नियोक्ता भी इसी प्लेटफार्म से अपनी जरूरत के अनुसार युवाओं का चयन कर सकेंगे। जर्मनी में अस्पतालों, विशेष क्लीनिक, पुनर्वास केंद्र में वृद्धों की देखभाल के लिए केयरटेकर भी रखा जाएगा। पांच से आठ घंटे की नौकरी करनी होगी। इसके एवज में दो लाख रुपये तक का वेतन मिलेगा।