
दीवार पर चस्पा पंफलेट
अमेठी। स्थानीय तहसील परिसर स्थित तहसीलदार ऑफिस गेट पर बृहस्पतिवार को तहसीलदार लापता का पंफलेट चस्पा करके एक युवक ने अपनी परेशानी बयां की। सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में युवक का कहना है कि भूमि बंधक मामले में उसकी सुनवाई नहीं हो रही है, अधिकारी मिलते नहीं है।
अमेठी तहसील परिसर एक बार फिर बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया पर छाया है। तहसीलदार ऑफिस गेट और बाहर तहसीलदार लापता का पंफलेट चस्पा होने का मामला आया। हालांकि वायरल वीडियो की अमर उजाला की पुष्टि नहीं करता है। पंफलेट लगने होने की सूचना सार्वजनिक हुई तो आनन-फानन में तहसीलदार ऑफिस दरवाजे पर लगा पंफलेट कर्मियों ने हटा दिया। लेकिन, प्रवेश गलियारे के एक पिलर पर लगा रहा, लोग फोटो खींच कर सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे थे।
पीड़ित अजय कुमार का कहना है कि बंधक मुक्त खतौनी कराने के लिए छह महीनों से चक्कर काट रहा है। पहले वाले तहसीलदार भी नहीं सुन रहे थे, मौजूदा भी नहीं सुन रहे हैं। कहा कि अफसर दफ्तर में बैठते ही नहीं है, इसलिए इस तरह का पोस्टर लगाया गया है। यह भी कहा कि उसके ऊपर मुकदमा हो सकता है।
तहसीलदार सूरज प्रताप ने बताया कि उन्हें इस संबंध में जानकारी मिली है। बताया कि संग्रामपुर के मडौली गांव निवासी उदयराज पांडेय का भूमि बंधक मुक्त करने का कोई प्रकरण है। डेढ़ माह पूर्व वह यहां स्थानांतरित होकर आए हैं। कर्मचारियों से जानकारी मिली कि बंधक मुक्त भूमि के संबंध में आज डाक प्राप्त हुई है, जो बीते 3 मई को पोस्ट द्वारा भेजी गई थी।
कहा कि तीन दिन से निर्वाचन कार्य में लगे हैं। दिन भर यहां होने के चलते ऑफिस में ताला बंद रहता है। अन्य कर्मचारी वहां कार्य कर रहे हैं। इस बीच वह आए होंगे और मुलाकात नहीं हुई। जो भी समस्या है, डाक आज मिली है उसका निस्तारण कराया जाएगा।