सरोजनीनगर। बंथरा इलाके में मारपीट से घायल दीपक लोधी की बुधवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने कानपुर हाईवे पर बने थाने के बाहर शव को रखकर रोड जाम कर दिया। एसीपी से मिले आश्वासन के बाद प्रदर्शन कर रहे लोग शांत हुए।
ग्राम पंचायत बेंती के मजरे कल्लन खेड़ा निवासी मजदूर दीपक लोधी (35) 20 अक्तूबर शाम करीब पांच बजे गांव में स्थित प्लाट से पैदल घर जा रहे थे। दीपक के चाचा भविष्य बाबू राजपूत के मुताबिक गांव के ही राकेश लोधी के दो नाबालिग बेटों ने दीपक से बिना किसी कारण गाली गलौज की। दीपक घर आया तो राकेश, बेटों के साथ लाठी-डंडे लेकर घर पहुंचकर मारपीट कर दी। राकेश ने दीपक के सिर पर ईंट से हमला कर दिया। इससे दीपक बुरी तरह घायल हो गया। परिजन ने उसे प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया, जहां बुधवार को उनकी मौत हो गई। पुलिस ने दीपक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। दीपक के परिवार में पत्नी किरन और दो बेटों कार्तिक और रितिक हैं।
पोस्टमार्टम के बाद परिजन उनका शव लेकर बंथरा थाने पहुंचे और कानपुर हाईवे पर शव को रखकर रोड जाम कर दिया। परिजनों ने हल्का इंचार्ज दरोगा घीसूराम सरोज पर राकेश पक्ष से पैसा लेकर मदद का आरोप लगाया है। आरोप कि दरोगा पीड़ित परिवार को 10 हजार रुपये देने की बात भी कर रहे थे। दरोगा आरोपी पक्ष से मिलकर मामले को निपटना चाह रहे थे। परिजनों ने दीपक के परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी, सरकारी आवास, बच्चों की पढ़ाई का खर्च, 20 लाख रुपये की आर्थिक मदद की मांग थी। दरोगा को बर्खास्त करने की भी मांग कर रहे थे। एसीपी कृष्णानगर विनय द्विवेदी के पहुंचने पर उन्होंने प्रदर्शन कर रहे लोगों को कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत कराया और प्रदर्शन खत्म किया गया।
मारपीट के मामले में मृतक दीपक की पत्नी किरन ने राकेश व उसके दो नाबालिग बेटों पर थाने में केस दर्ज कराया था। आरोपी राकेश की पत्नी शांति ने भी दूसरे पक्ष के बलई व लाली पर नशे में गाली-गलौज, मारपीट की एफआईआर कराई थी। इंस्पेक्टर बंथरा राम सिंह के मुताबिक दीपक की मौत के बाद केस में गैर इरादतन हत्या की धारा बढ़ा दी गई है।