अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। कोरोना काल में जब लॉकडाउन लगा, तब एसपीआई के शिक्षक अजय अनुरागी ने विद्यार्थियों को शिक्षित करने के लिए खुद का यू-ट्यूब चैनल बनाया। अब तक 88 हजार लोग उनके चैनल को सब्सक्राइब कर चुके हैं। उन्हें इस साल का राज्यस्तरीय आईसीटी अवॉर्ड भी मिलना है।
शिक्षक अजय ने बताया कि जब वह एमएड की पढ़ाई कर रहे थे, तब वैकल्पिक विषय के रूप में आईसीटी की पढ़ाई की थी। इसके बाद से आईसीटी में रुचि बढ़ती चली गई। उन्होंने महसूस किया कि शिक्षा क्षेत्र में तकनीक के इस्तेमाल से विद्यार्थियों को अधिक प्रतिभावान बनाया जा सकता है। 2020 में कोरोना काल के दौरान लॉकडाउन लग गया और स्कूल बंद हो गए। तब विद्यार्थियों की शिक्षा प्रभावित न हो, इसलिए उन्होंने खुद का यू-ट्यूब चैनल बनाया। इस पर ही वह कोर्स से जुड़े वीडियो पोस्ट करते थे। साथ ही विद्यार्थियों को पीपीटी बनाकर भी भेजते थे। धीरे-धीरे उनके चैनल के सब्सक्राइबर बढ़कर 88 हजार तक पहुंच गए।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश दूरदर्शन पर भी उनके वीडियो प्रसारित हो चुके हैं। इसके लिए तत्कालीन शिक्षा निदेशक भी उन्हें सम्मानित कर चुके हैं।
एसपीआई में दो साल पहले अटल टिंकरिंग लैब की स्थापना करवाने में भी उनका योगदान है। अब तक लैब में 40 नवाचार पंजीकृत हो चुके हैं। बताया कि एक विद्यार्थी को इंस्पायर अवॉर्ड मिल चुका है। साथ ही दो विद्यार्थी नेशनल चिल्ड्रन साइंस कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग कर चुके हैं। इस साल भी दो छात्रों का चयन हुआ है।
बेसिक के शिक्षकों को भी किया प्रशिक्षित अजय अनुरागी पिछले साल बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों को भी आईसीटी का प्रशिक्षण दे चुके हैं। इसके लिए उन्हें जिला स्तर पर नोडल अधिकारी बनाया गया था। कहा कि पढ़ाई में कंप्यूटर का इस्तेमाल बढ़ाकर तकनीकी रूप से बेसिक के विद्यार्थी को दक्ष बन सकते हैं।