उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद स्थित Budhana पुलिस ने हाल ही में एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। थाना बुढ़ाना पुलिस ने अवैध शस्त्र निर्माण करने वाली एक फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया और तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया। इस सफलता को पुलिस महकमे ने अपनी जबर्दस्त रणनीति और सूचनाओं के आदान-प्रदान के कारण बड़ी उपलब्धि के रूप में देखा। गिरफ्तार आरोपियों के पास से भारी मात्रा में तैयार और अधबने अवैध शस्त्र, साथ ही शस्त्र निर्माण में इस्तेमाल होने वाले उपकरण बरामद हुए हैं। यह कार्रवाई पुलिस उपमहानिरीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के मार्गदर्शन में की गई है।
मुखबिर की सूचना पर हुई बड़ी कार्रवाई
पुलिस ने जानकारी दी कि पुलिस टीम चेकिंग अभियान के दौरान सक्रिय थी और इसी दौरान उन्हें एक गुप्त सूचना प्राप्त हुई। सूचना के मुताबिक, बुढ़ाना से सफीपुर की ओर जाते समय राजकीय इण्टर कालेज के पास स्थित एक कच्चे रास्ते पर अवैध शस्त्र निर्माण हो रहा था। मुखबिर ने बताया कि एक जंगल में बने ट्यूबवेल के पीछे खंडहर में अपराधी अवैध हथियारों की फैक्ट्री चला रहे हैं।
पुलिस ने इस सूचना को गंभीरता से लिया और तुरंत उस स्थान पर घेराबंदी की। पुलिस टीम ने अपनी सटीक योजना के तहत उक्त स्थान की घेराबंदी की और वहाँ से तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपियों और बरामदगी की जानकारी
गिरफ्तार अपराधियों के कब्जे से पुलिस ने 9 तैयार तमंचे (315 बोर), 1 तमंचा (12 बोर), 10 अधबने तमंचे (315 बोर), 6 जिंदा कारतूस (315 बोर), और 6 लोहे की नालें बरामद कीं। इसके अलावा, पुलिस ने शस्त्र निर्माण के उपकरण भी जब्त किए, जिनमें 5 छोटी-बड़ी रेती, 1 आरी, 1 हथौड़ी, 1 बैल्डिंग मशीन, 10 बैल्डिंग रोड, 25 लकड़ी की फट्टी, 2 टार्च, 3 स्प्रिंग, 1 वर्मा, 10 ब्लेड आरी, 1 प्लास, 1 होल्डर, 1 सिकंजा और 1 ड्रिल मशीन जैसे उपकरण शामिल थे।
पुलिस ने बताया कि ये उपकरण और सामग्री अवैध शस्त्रों के निर्माण के लिए उपयोग हो रहे थे। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे लंबे समय से इस अवैध धंधे में लिप्त थे और पुलिस से बचने के लिए वे जंगलों और खंडहरों में अवैध शस्त्र बनाने का कार्य करते थे।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान मेहरबान पुत्र नाजर, कय्यूम पुत्र फहमुद्दीन, और राहुल पुत्र फसी के रूप में हुई है। मेहरबान बुढाना के नई बस्ती मंदवाड़ा रोड का निवासी है, कय्यूम ग्राम हुसैनपुर का रहने वाला है, और राहुल बुढाना कस्बे का निवासी है। इन शातिर अपराधियों ने बताया कि मेहरबान शस्त्र बनाने के लिए आवश्यक उपकरण और सामग्री उपलब्ध कराता था, जबकि कय्यूम और राहुल इन हथियारों को विभिन्न स्थानों पर सप्लाई करते थे।
इनकी गिरफ्तारी से यह साफ हुआ है कि यह गैंग पूरी तरह से अवैध हथियारों के निर्माण और उनकी आपूर्ति में संलिप्त था। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ आगे की विधिक कार्यवाही की जा रही है और उनकी शस्त्र निर्माण फैक्ट्री का पूरा नेटवर्क खोलने का प्रयास किया जा रहा है।
अवैध शस्त्रों की आपूर्ति पर पुलिस की कड़ी नजर
बुढ़ाना पुलिस की यह कार्रवाई केवल एक फैक्ट्री तक सीमित नहीं थी। पुलिस अब इन शातिरों से और भी जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रही है ताकि उनके नेटवर्क का पूरी तरह से पर्दाफाश किया जा सके। अवैध शस्त्र निर्माण और उनकी आपूर्ति से न केवल अपराधियों को मदद मिलती है, बल्कि यह समाज में असुरक्षा का माहौल भी बनाता है। पुलिस ने ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का संकल्प लिया है और ऐसे गिरोहों को नष्ट करने की दिशा में काम कर रही है।
पुलिस टीम की भूमिका
इस सफलता में थाना बुढ़ाना पुलिस की टीम की भूमिका महत्वपूर्ण रही। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आदित्य बंसल के निर्देशन में क्षेत्राधिकारी बुढ़ाना गजेन्द्र पाल सिंह और प्रभारी निरीक्षक आनन्द देव मिश्र की देखरेख में पुलिस ने यह बड़ी कार्रवाई की। पुलिस टीम में उ.नि. संदीप कुमार, ललित कुमार, सुरेंद्र राव, मोहित कुमार, है. का. सुनील कुमार, निर्वेश कुमार, मोहित, का. मोहित कुमार, नकुल सांगवान, गजेन्द्र सिंह, विजय कुमार और इसफाक जैसे पुलिसकर्मी शामिल थे जिन्होंने इस ऑपरेशन को सफल बनाया।
अवैध शस्त्र निर्माण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता
यह घटना इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि अवैध शस्त्रों का निर्माण और उनकी आपूर्ति की समस्या आज भी हमारे समाज में मौजूद है। ऐसे हथियार न केवल अपराधियों को बल देते हैं, बल्कि यह समाज में असुरक्षा का माहौल भी पैदा करते हैं। पुलिस को इस दिशा में और भी सख्त कदम उठाने होंगे ताकि इन अपराधियों के नेटवर्क को पूरी तरह से नष्ट किया जा सके और समाज में शांति और सुरक्षा बनाए रखी जा सके।
बुढ़ाना पुलिस की इस बड़ी सफलता ने यह साबित कर दिया है कि जब पुलिस सक्रिय और सूचनाओं के आदान-प्रदान में तत्पर होती है, तो कोई भी अवैध गतिविधि पकड़ी जा सकती है।