Muzaffarnagar में मंगलवार की रात जैसे ही पाकिस्तान की सीमा के भीतर भारतीय वायुसेना की सर्जिकल स्ट्राइक की खबर आई, चारों ओर जोश और गर्व का माहौल बन गया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम से चलाए गए इस सशक्त सैन्य अभियान ने पूरे देश में देशभक्ति की नई लहर पैदा कर दी। इस ऐतिहासिक पल को लेकर मुज़फ्फरनगर में हिंदू युवा वाहिनी और शिवसेना की महिला इकाई ने जोरदार तरीके से जश्न मनाया।
आतिशबाजी, मिठाई और जयकारों से गूंजा शिव चौक
बुधवार की सुबह हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने शिव चौक पर इकट्ठा होकर जोरदार आतिशबाजी की। चारों ओर ‘हर-हर महादेव’, ‘हिंदुस्तान जिंदाबाद’, और ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे गूंजते रहे। युवाओं ने न केवल आतिशबाजी की, बल्कि एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर अपनी खुशी का इज़हार भी किया। शिव मूर्ति के समक्ष घंटा बजाकर वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया गया।
प्रहलाद पाहुजा बोले: “आज हमारे वीर जवानों ने सिंदूर का बदला लिया है”
हिंदू युवा वाहिनी के क्षेत्रीय संगठन मंत्री प्रहलाद पाहुजा ने गर्व से कहा, “हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जो साहस दिखाया है, वह काबिल-ए-सलाम है। पहलगांव में जो हमारे जवान शहीद हुए और जिन बहनों का सिंदूर उजड़ गया, उनके दर्द का बदला आज वायुसेना ने ले लिया। यह ऑपरेशन सिंदूर, भारत की अस्मिता और नारी शक्ति का प्रतीक है।”
शिवसेना महिला मोर्चा ने भी दिखाई एकजुटता
वहीं दूसरी ओर, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) की महिला शाखा भी पीछे नहीं रही। जिलाध्यक्ष पूनम चौधरी के नेतृत्व में महिला कार्यकर्ताओं ने हाथों में तिरंगा लेकर नारेबाज़ी की। “भारतीय सेना जिंदाबाद”, “वंदे मातरम” और “भारत माता की जय” के नारे हर गली और चौराहे पर गूंजते रहे।
पूनम चौधरी ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर न केवल एक सैन्य प्रतिक्रिया है, बल्कि यह नारी सम्मान का भी प्रतीक है। यह संदेश देता है कि भारत अब आतंकवाद को जड़ से खत्म करने की दिशा में निर्णायक कदम उठा रहा है।”
महिलाओं ने जलाए दीप, दी शहीदों को श्रद्धांजलि
इस जश्न का एक भावुक पक्ष भी सामने आया जब महिला कार्यकर्ताओं ने मोमबत्तियाँ जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने सैनिकों के बलिदान को नमन किया और उनके परिजनों के साहस को सलाम किया।
देशभर में मनाया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उत्सव
केवल मुज़फ्फरनगर ही नहीं, बल्कि देश के कई हिस्सों में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता का जश्न मनाया गया। दिल्ली, वाराणसी, लखनऊ, भोपाल और जयपुर समेत तमाम शहरों में युवाओं ने रैली निकाली, मोमबत्तियाँ जलाईं और वायुसेना के पराक्रम को सलामी दी।
वायुसेना के शौर्य का सम्मान
देश की वायुसेना ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया है कि भारत की सैन्य शक्ति किसी से कम नहीं है। इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय वायुसेना के मिराज विमानों ने पाकिस्तान के बालाकोट क्षेत्र में घुसकर आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त किया।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत यह कार्यवाही इतनी सटीक और प्रभावी थी कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जवाब देना मुश्किल हो गया।
कड़ी सुरक्षा, चौकसी और तैयारी
इस पूरे अभियान में सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी भी साफ देखी गई। भारत ने अंतरराष्ट्रीय कूटनीति के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा पर भी नियंत्रण बनाए रखा। NIA और RAW जैसी एजेंसियों ने पहले से ही इन आतंकियों की गतिविधियों की पहचान कर ली थी।
राजनीति से ऊपर उठा देशभक्ति का रंग
यह वह मौका था जब सभी राजनीतिक मतभेद भुलाकर पूरा देश एकजुट दिखा। हिंदू युवा वाहिनी और शिवसेना जैसे संगठनों की सक्रियता ने यह संदेश दिया कि जब बात देश की सुरक्षा की हो, तब पूरा भारत एक स्वर में बोलता है।
मीडिया का सक्रिय रोल
इस पूरे घटनाक्रम में मीडिया की भूमिका भी अहम रही। सोशल मीडिया पर #OperationSindoor, #IndianAirForce, #BalakotStrike जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम हर जगह वायुसेना की जयकारें सुनाई दीं।
स्थानीय प्रशासन की चौकसी
मुज़फ्फरनगर के जिलाधिकारी और पुलिस प्रशासन ने इस जश्न के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त इंतज़ाम किए। जगह-जगह पुलिस फोर्स तैनात रही ताकि कोई अप्रिय स्थिति उत्पन्न न हो।
युवा पीढ़ी में उत्साह
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की खबर सुनकर युवाओं में गज़ब का जोश दिखा। स्कूलों और कॉलेजों में छात्रों ने देशभक्ति गीतों पर झूमते हुए जवानों को सलामी दी।
ये है भारत की शक्ति की पहचान!
‘ऑपरेशन सिंदूर’ न केवल एक सैन्य ऑपरेशन है, बल्कि यह भारत की आत्मा, उसका साहस और उसकी नारी शक्ति की घोषणा भी है। मुज़फ्फरनगर का यह जश्न उस अदम्य जज़्बे की तस्वीर है, जो हर भारतीय के दिल में बसता है।