पुलिस के विशेष अभियान का बड़ा नतीजा
इस पूरी कार्रवाई की बागडोर संभाली जिले के तेजतर्रार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह और नगर पुलिस अधीक्षक सत्यनारायण प्रजापत के निर्देशन में। क्षेत्राधिकारी खतौली श्रीमती रुपाली राव (कार्यवाहक) की सतर्क निगरानी और थाना प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने इस खतरनाक अपराधी को धर दबोचने में बड़ी सफलता पाई।
इस हाई-प्रोफाइल मुठभेड़ के दौरान पुलिस की सक्रियता, योजनाबद्ध रणनीति और साहसिक कार्रवाई ने साबित कर दिया कि जिले में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं बची है। इस घटना ने स्थानीय नागरिकों में पुलिस के प्रति विश्वास को और मजबूत किया है।
कैसे हुआ मुठभेड़ का रोमांचक घटनाक्रम
दिनांक 28 अप्रैल, दोपहर के समय थाना खतौली पुलिस गंगनहर पटरी पर स्थित बर्फ खाने वाले रास्ते पर संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग कर रही थी। तभी एक बिना नंबर प्लेट की काली मोटरसाइकिल पर सवार संदिग्ध युवक दिखाई दिया। जब पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया तो वह मोटरसाइकिल मोड़कर तेज गति से सठेड़ी की ओर भागने लगा।
पुलिस ने पीछा शुरू किया। कुछ दूर जाने के बाद गुफरान की बाइक असंतुलित होकर गिर गई। मौके का फायदा उठाते हुए पुलिस ने चारों ओर से घेराबंदी की। खुद को घिरा देख गुफरान ने पुलिस पर गोली चला दी। गनीमत रही कि कोई जवान घायल नहीं हुआ। इसके जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की, जिससे गुफरान के पैर में गोली लगी और वह गिर पड़ा।
गिरफ्तार हुआ अपराधी, हुआ अस्पताल में भर्ती
घायल गुफरान को तुरंत ही सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसका इलाज चल रहा है।गुफरान मुजफ्फरनगर के थाना ककरौली अंतर्गत कस्बा ककरौली का रहने वाला है। इसके खिलाफ पहले से गौकशी, शस्त्र अधिनियम और फरारी के गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। थाना ककरौली पुलिस ने उसे पहले ही मफरूर घोषित कर रखा था।
अभियुक्त के कब्जे से जो मिला वह चौंकाने वाला था
पुलिस को आरोपी के पास से मिला:
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01 तमंचा (315 बोर)
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01 जिंदा कारतूस
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01 खोखा कारतूस
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01 काली हीरो स्प्लेंडर प्लस बाइक (बिना नंबर प्लेट)
यह तमंचा न सिर्फ अपराध में इस्तेमाल किया जा रहा था, बल्कि इससे कई अन्य वारदातों की आशंका भी जताई जा रही है। फिलहाल पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है कि कहीं गुफरान किसी बड़े गोकशी गिरोह का हिस्सा तो नहीं।
इन अधिकारियों और जवानों ने निभाई मुख्य भूमिका
इस बड़ी कार्रवाई में शामिल रहे जांबाज़ पुलिसकर्मी:
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प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार सिंह
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उप निरीक्षक विक्रांत कुमार
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सिपाही आरिफ अली, मुनीश शर्मा, शीतल देव, अनुज कुमार, जितेंद्र कुमार
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कांस्टेबल निरोत्तम, उमेश, विवेक, अजीत कुमार
इन सभी पुलिसकर्मियों ने जोखिम उठाकर जान की बाज़ी लगाई और एक कुख्यात अपराधी को दबोचने में सफलता हासिल की।
क्या था गुफरान का आपराधिक इतिहास?
गुफरान उर्फ पप्पू कुरैशी लंबे समय से गौकशी के मामलों में सक्रिय था। उसके खिलाफ थाना नई मंडी, खतौली और ककरौली थानों में संगीन मुकदमे दर्ज हैं। वह वर्षों से पुलिस की आंखों में धूल झोंकता रहा। लेकिन SSP अभिषेक सिंह द्वारा चलाए जा रहे “वांछित अपराधियों की धरपकड़ अभियान” के तहत आखिरकार गुफरान की किस्मत ने उसका साथ छोड़ दिया।
स्थानीय जनता में संतोष और पुलिस की तारीफ
घटना के बाद इलाके में पुलिस की सराहना हो रही है। आम लोग पुलिस की सजगता और साहसिक मुठभेड़ को न्यायसंगत बता रहे हैं। गोकशी और हथियार रखने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग लगातार उठ रही थी, और गुफरान की गिरफ्तारी से एक बड़ा संदेश गया है।
जांच जारी, और भी हो सकते हैं खुलासे
पुलिस अब यह जांच कर रही है कि गुफरान किस नेटवर्क से जुड़ा था। क्या वह किसी अंतरराज्यीय गौकशी गिरोह से संपर्क में था? बरामद मोटरसाइकिल की जांच हो रही है कि वह चोरी की है या किसी अन्य वारदात में इस्तेमाल की गई।
अगला कदम—अब कोई नहीं बचेगा!
मुजफ्फरनगर पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई ने एक बात स्पष्ट कर दी है—अब अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं बची। SSP अभिषेक सिंह और उनकी टीम की मुहिम “ऑपरेशन क्लीन” को ज़मीन पर उतारते हुए अपराधियों का सफाया शुरू हो गया है। गुफरान की गिरफ्तारी ने कई और गुत्थियों को सुलझाने की राह खोल दी है। आने वाले दिनों में और भी बड़े खुलासे संभव हैं।