एस.डी. कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, Muzaffarnagar  का बी.बी.ए. विभाग हर साल की तरह इस बार भी अपने विद्यार्थियों के लिए एक नया अवसर लेकर आया था। इस अवसर पर कॉलेज ने अपने आईक्यूएसी (इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल) के तहत कंप्यूटर ओरिएंटेड फाइनेंशियल अकाउंट्स मैनेजमेंट एड-ऑन क्लासेस का आयोजन किया था, जो छात्रों के वित्तीय लेखांकन के क्षेत्र में कौशल को उन्नत करने का एक बेहतरीन प्रयास था। यह कोर्स न केवल छात्रों के शैक्षणिक स्तर को बढ़ाने का माध्यम था, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी मजबूत करता था, जिससे वे आने वाले समय में वैश्विक प्रतिस्पर्धा का सामना करने के लिए तैयार हो सके।

आज, इस कार्यक्रम का समापन एक भव्य प्रमाण पत्र वितरण समारोह के साथ हुआ। इस समारोह में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संदीप मित्तल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज के समय में जहां डिजिटल तकनीक हर क्षेत्र में क्रांति ला रही है, वहीं छात्रों के लिए यह कौशल आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने इसे छात्रों के करियर के लिए एक अवसर बताया और बताया कि आज के डिजिटल युग में, कंप्यूटर और तकनीक आधारित लेखांकन ज्ञान छात्रों को कॉर्पोरेट जगत में अपनी पहचान बनाने का अवसर देता है।

सॉफ्टवेयर आधारित लेखांकन में विद्यार्थियों की नई शुरुआत

इस खास प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को वित्तीय लेखांकन में तकनीकी दक्षता प्रदान करना था। कंप्यूटर आधारित लेखांकन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके विद्यार्थियों को न केवल थ्योरी बल्कि प्रैक्टिकल अनुभव भी दिया गया। बीबीए विभाग के समन्वयक अभिषेक बागला ने इस कार्यक्रम के उद्देश्य पर विस्तार से बताया और बताया कि कैसे यह प्रशिक्षण कार्यक्रम छात्रों को वित्तीय रिपोर्ट तैयार करने, बही-खाता प्रबंधन, टैक्स फाइलिंग और ई-रिकॉर्ड मेनटेनेंस जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं में निपुण बनाता है।

अकाउंटिंग सॉफ़्टवेयर में सुधार और नई दृष्टि

यह विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम इस दृष्टि से बेहतरीन था कि इसमें छात्रों को व्यावसायिक दुनिया की आवश्यकताओं के अनुरूप कंटेंट दिया गया। विद्यार्थियों को विभिन्न अकाउंटिंग सॉफ़्टवेयर के उपयोग का प्रशिक्षण दिया गया, जिससे वे फाइनेंशियल डेटा को सही तरीके से संग्रहित और विश्लेषित कर सकें। साथ ही, व्यावहारिक अनुभव के माध्यम से, उन्होंने सीखा कि किस तरह से अपने डेटा का प्रबंधन करना है, और इस डिजिटल युग में सटीकता के साथ वित्तीय रिपोर्ट तैयार करनी है।

डॉ. संगीता गुप्ता ने भी इस कार्यक्रम की सराहना की और विद्यार्थियों को निरंतर सीखने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में यह प्रकार का प्रशिक्षण विद्यार्थियों को सशक्त बनाने में अत्यधिक महत्वपूर्ण है।

कौशल विकास की दिशा में अहम कदम

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एक ओर महत्वपूर्ण पहलू यह था कि विद्यार्थियों को विभिन्न प्रकार के अकाउंटिंग टूल्स के साथ-साथ वित्तीय विश्लेषण में भी दक्षता हासिल हुई। बीबीए विभागाध्यक्ष राजीव पाल सिंह ने इसे छात्रों के करियर को एक नया मुकाम देने वाला कार्यक्रम बताया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के एड-ऑन कार्यक्रम विद्यार्थियों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने में मदद करते हैं।

कॉर्पोरेट जगत में प्रतिस्पर्धा में बढ़त

वर्तमान में, जब व्यवसायिक दुनिया में प्रतिस्पर्धा लगातार बढ़ रही है, ऐसे में इस प्रकार के कौशल-आधारित कार्यक्रम विद्यार्थियों के लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं। इस कार्यक्रम के जरिए विद्यार्थियों को न केवल तकनीकी जानकारी मिली, बल्कि उनके अंदर व्यावसायिक दुनिया में अपने पैर जमाने का आत्मविश्वास भी आया।

विद्यार्थियों के अनुभव और विचार

कार्यक्रम के बाद, छात्रों ने अपनी राय और अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह एड-ऑन कोर्स उनके लिए बेहद उपयोगी और लाभकारी था। उन्होंने बताया कि यह प्रशिक्षण उन्हें न केवल लेखांकन सॉफ़्टवेयर के उपयोग में दक्ष बना रहा है, बल्कि उन्हें बही-खाता प्रबंधन, टैक्स फाइलिंग, और वित्तीय रिपोर्ट तैयार करने के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी दी गई। कई विद्यार्थियों ने यह भी बताया कि इस प्रशिक्षण ने उन्हें अपनी क्षमताओं को पहचानने और आत्मविश्वास हासिल करने में मदद की है।

बीबीए विभाग की टीम की कड़ी मेहनत

इस सफल आयोजन को सुनिश्चित करने में बीबीए विभाग की पूरी टीम का समर्पण और मेहनत शामिल थी। कार्यक्रम के संचालन में अभिषेक बागला का योगदान बेहद सराहनीय था, जिन्होंने इसे छात्रों के लिए रोचक और उपयोगी बनाने का हर संभव प्रयास किया। इसके साथ ही, बीबीए विभाग की अन्य फैकल्टी टीम जैसे डॉ. संगीता गुप्ता, मोहम्मद अंजार, संजय, सोनिका, पूर्वी और दीपक गर्ग ने भी अपनी भूमिका निभाई और छात्रों की उपलब्धियों की सराहना की।

भविष्य में ऐसे कार्यक्रमों की उम्मीद

कॉलेज प्रशासन ने इस अवसर पर यह आश्वासन भी दिया कि भविष्य में भी इस प्रकार के कौशल-आधारित और उद्योगोन्मुखी कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि विद्यार्थियों को समयानुकूल ज्ञान प्राप्त हो और वे अपने करियर में सफलता प्राप्त कर सकें। यह कार्यक्रम न केवल विद्यार्थियों के कौशल विकास का माध्यम बना, बल्कि बीबीए विभाग की नवाचार और गुणवत्ता के प्रति प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।

इस प्रमाण पत्र वितरण समारोह के साथ, छात्रों को भविष्य में और अधिक अवसरों की प्राप्ति के लिए एक नई दिशा मिली है। एस.डी. कॉलेज के बी.बी.ए. विभाग ने यह सुनिश्चित किया है कि छात्रों को केवल शैक्षणिक ज्ञान नहीं बल्कि व्यावसायिक दुनिया में काम करने के लिए आवश्यक कौशल भी प्रदान किए जाएं।

एस.डी. कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के बीबीए विभाग द्वारा आयोजित कंप्यूटर ओरिएंटेड फाइनेंशियल अकाउंट्स मैनेजमेंट एड-ऑन क्लासेस ने विद्यार्थियों को न केवल अकाउंटिंग सॉफ़्टवेयर और डिजिटल वित्तीय लेखांकन में दक्ष बनाया, बल्कि उन्हें एक कदम आगे बढ़ाने का भी अवसर दिया। यह कार्यक्रम न केवल विद्यार्थियों की सशक्तिकरण का प्रतीक बना, बल्कि एस.डी. कॉलेज की शिक्षा के उच्च मानकों को भी उजागर करता है।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *