
सांकेतिक तस्वीर।
– फोटो : iStock
विस्तार
फर्जी फार्मेसी कॉलेजों खोलकर छात्र-छात्राओं से लाखों रुपये एंठने के सनसनीखेज मामले की जांच एसआईटी करेगी। बृहस्पतिवार को आईजी आरके भारद्वाज ने यह आदेश जारी किया है। यह एसआईटी कोतवाली और कप्तानगंज थाने में इस धोखाधड़ी को लेकर दर्ज चार एफआईआर की लंबित विवेचना का निस्तारण करेगी।
चार सदस्यीय यह टीम सीओ सदर आलोक प्रसाद के पर्यवेक्षण में तफ्तीश करेगी। जिसमें क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर संजय कुमार को मुख्य विवेचक नियुक्त किया है। कोतवाली थाने के एसआई ललितकांत यादव व एसआई विरेंद्र सरोज सह विवेचक होंगे। एसपी बस्ती को इस टीम की विवेचना का समय-समय पर समीक्षा करने को कहा गया है।
अभिभावकों की शिकायत के बाद आईजी ने लिया निर्णय
बृहस्पतिवार को बी-फार्मा, डी-फार्मा के बच्चों व अभिभावकों ने आईजी से मिलकर अपनी समस्याओं को रखा। जिसे गंभीरता से लेते हुए आईजी ने एसआईटी के गठन का आदेश जारी किया। आदेश में कहा गया है कि उक्त प्रकरण से संबंधिकत जो भी पीड़ित बच्चे हैं वह एसआईटी के समक्ष साक्ष्य लेकर उपस्थित होकर अपनी समस्या को प्रस्तुत कर सकते हैं। उनकी समस्या का निस्तारण शीघ्रातिशीघ्र किया जायेगा। आईजी ने बताया कि इस प्रकरण में जो भी सफेदपोश, या सरकारी कर्मचारियों की संलिप्तता पायी जाती है तो उनके विरूद्ध भी कार्यवाही की जायेगी।