
डॉ. आंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित करते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो लोग भारत का विरोध करते हैं वह बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर का अपमान करते हैं। मुख्यमंत्री ने बुधवार को डॉ. आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर आंबेडकर महासभा में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्षी दलों की सरकारों ने दलितों और गरीबों के नाम पर केवल राजनीतिक रोटियां सेकी थी। लेकिन डबल इंजन की सरकार गरीबों, वंचितों और दलितों के साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग जातीयता के नाम पर समाज में खाई उत्पन्न करने का काम करते हैं। ऐसे लोग सही मायने में बाबा साहब का अपमान करते हैं। उन्होंने कहा कि बाबा साहब को भी लालच देने का काम हुआ था, लेकिन बिना झुके और बिना डिगे वे भारत और भारतीयता के लिए काम करते रहे। दुनिया में जब भी दबे और कुचले समाज के उत्थान की बात आती है तो बाबा साहब को याद किया जाता है। उन्होंने कहा कि आज कुछ लोग समाज को बांटने का प्रयास कर रहे हैं ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने समाज को जाति के आधार पर नहीं बांटा बल्कि कमजोर, गरीब, दलित वर्ग के विकास पर ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार वास्तव में डॉ. आंबेडकर के के सपनो को साकार कर रही है। इससे पहले सीएम ने हजरत गंज चौराहा स्थित डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए।
शोधार्थियों को छात्रवृत्ति देंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ में बनाए जा रहे डॉ. भीमराव आंबेडकर स्मारक से शोध करने वाले विद्यार्थियों को सरकार छात्रवृत्ति भी देगी।
कांग्रेस पर विश्वास मत करना
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा डॉ. आंबेडकर के कारण नागरिकों को महत्वपूर्ण अधिकार मिले। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. आंबेडकर की सोच को धरातल पर उतारा। कांग्रेस ने बाबा साहब को चुनाव हरवाया था। बाबा साहब ने कहा था कि कांग्रेस पर बिल्कुल विश्वास मत करना।
किसी की दलित पर अत्याचार करने की हैसियत नहीं
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि योगी सरकार में किसी की हैसियत नही है कि दलित या गरीब का शोषण कर सके। दलितों और मजदूरों के खिलाफ कोई घटना नही हो रही है। सीएम ने दलित कल्याण के काम किए हैं।
दलित वर्ग से माफी मांगे अखिलेश
समाज कल्याण राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार असीम अरुण ने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के शासन में दलितों और डॉ. आंबेडकर का अपमान किया गया। उन्होंने कहा कि पहले अखिलेश यादव दलितों से माफी मांगे उसके बाद जय भीम का नारा लगाने की बात सोचें। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव बताएं कि जब वह सरकार में थे तो दलितों के लिए क्या किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब गरीब कल्याण के पुरोधा ही नहीं बल्कि श्रमिकों के हितैषी थे। उन्होंने कहा कि बाबा साहब सही मायने ने विश्व गुरु थे।
अखिलेश ने प्रतिमा नहीं लगने दी
आंबेडकर महासभा के अध्यक्ष लालजी प्रसाद निर्मल ने कहा कि कुशीनगर में डॉ आंबेडकर की प्रतिमा लगनी थी लेकिन अखिलेश यादव ने वह प्रस्ताव ठंडे बस्ते में दाल दिया। उन्होंने कहा कि जिस भी जाति को एससी वर्ग में शामिल किया जाए उससे पहले जांच की जाए कि वह जाति वास्तव में छूआछूत का शिकार रही है या नहीं? उन्होंने लखनऊ में बन रहे स्मारक को आंबेडकर महासभा को लीज पर देने की मांग की।