लखनऊ। परिवहन विभाग को टैक्स के 17 करोड़ रुपये जमा कराए बगैर ही 16 हजार से ज्यादा वाहन राजधानी की सड़कों पर दौड़ रहे हैं। इनमें से 6262 वाहनों को पहले नोटिस भेजकर टैक्स जमा करने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसा न करने पर इनकी आरसी कटेगी और तहसीलदार बकाया टैक्स वसूल करेंगे।
अपर परिवहन आयुक्त (प्रशासन) चित्रलेखा सिंह की ओर से बकाये टैक्स को लेकर की समीक्षा में सामने आया कि लखनऊ एआरटीओ प्रशासन टैक्स वसूली में पीछे है। इसकी वसूली के निर्देश दिए गए हैं।
एआरटीओ (प्रशासन) से मांगी गई टैक्स बकाये की रिपोर्ट के अनुसार 16,344 वाहनों पर 17,99,000,34 रुपये टैक्स बकाया है।
…इसलिए बरती जा रही लापरवाही
आरटीओ कार्यालय के सूत्र बताते हैं कि टैक्स बकाये की समीक्षा में कई बड़े ट्रांसपोर्टरों के नाम भी सामने आए हैं। इसके चलते एआरटीओ प्रशासन कार्रवाई से बच रहे हैं। पूर्व में तैनात रहे अधिकारी भी इनसे टैक्स वसूलने में कामयाब नहीं हो सके। सिर्फ छोटे वाहनों से बकाया वसूलकर वाहवाही लूटते रहे।