
असद जुबैरी आईएएस
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यूपीएससी की परीक्षा में जब दूसरी बार सफलता नहीं मिली, तो बहुत दुख हुआ था। दुख होना लाजिमी भी था, क्योंकि कई साल से मेहनत कर रहे थे। दुख को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया, बल्कि इससे उबर कर फिर तैयारी में जुरे और मंगलवार को आए परीक्षा परिणाम ने जिंदगी के नये सफर की शुरुआत कर दी। यह कहना है यूपीएससी में 86वीं रैंक लाने वाले असद जुबैरी का।
महानगर के फ्रेंड्स कॉलोनी आंबेडकर पार्क सर सैयद नगर के निवासी व एएमयू के सेवानिवृत्त सेक्शन अधिकारी कौसर जुबैरी और फसीहा अंजुम के छोटे बेटे असद जुबैरी ने एएमयू के सीनियर सेकेंडरी स्कूल से 12वीं तक पढ़ाई की। इसके बाद वर्ष 2019 में एनआईटी इलाहाबाद से बीटेक की उपाधि ली। एएमयू के आवासीय कोचिंग अकादमी (आरसीए) से यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने लगे। असद ने बताया कि यूपीएससी की परीक्षा में दूसरी बार साक्षात्कार तक पहुंचे, लेकिन कामयाबी नहीं मिल पाई। इससे हताश हो गए, लेकिन हौसला नहीं छोड़ा।
आखिरकार तीसरी बार उन्हें कामयाबी मिल गई। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे समूह में पढ़ाई बांटनी होगी। एक साथ पाठ्यक्रम को देखकर परेशान हो सकते हैं। धैर्य रखकर मेहनत करेंगे तो सफलता मिलेगी। सफलता के लिए निरंतर तैयारी करते रहें। करंट अफेयर्स जानने के लिए अखबार पढ़ें। उन्होंने कहा कि वह आईएफएस बनना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें ये पसंद है। उनके बड़े भाई फहद जुबैरी का मास्टर डिग्री करने के लिए आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में चयन हुआ है।