
निलंबित पर्यटन सूचना अधिकारी
गौरीगंज (अमेठी)। अमेठी महोत्सव में में आमंत्रित कलाकारों को पारिश्रमिक का भुगतान कर पैसा मांगने वाले पर्यटन सूचना अधिकारी को शासन ने शुक्रवार को निलंबित कर दिया। जांच में कलाकारों की शिकायत सही मिलने पर डीएम ने शासन को रिपोर्ट भेज कार्रवाई की संस्तुति की थी।
शहर के रणंजय इंटर कॉलेज मैदान में जिला प्रशासन की ओर से 24 से 26 मार्च तक अमेठी महोत्सव का आयोजन किया गया था। इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति के लिए कलाकारों को आमंत्रित करने की जिम्मेदारी समिति के सचिव जिला पर्यटन सूचना अधिकारी डॉ. एम. मकबूल को दी गई थी। कार्यक्रम के पहले दिन लोक गायन के लिए आकृति यादव व रामायण नृत्य नाटिका के लिए रागिनी श्रीवास्तव तथा भजन संध्या के लिए आस्था गोस्वामी की टीम ने प्रस्तुतियां दी थीं।
दूसरे दिन कथक एवं नटवरी के लिए अशोक महाराज व भोजपुरी लोक गायन के लिए चंदन तिवारी की टीम आई थी। तीसरे दिन संतोष उपाध्याय और उनकी टीम तथा निजामी बंधु द्वारा सूफी नाइट का आयोजन हुआ था।
डिजिटल तरीके से कलाकारों से मांगा पैसा
सभी कलाकारों को उनके पारिश्रमिक का भुगतान करने की रिपोर्ट पर्यटन अधिकारी ने जिला प्रशासन को दी थी। आरोप है कि भुगतान के बाद जिला पर्यटन सूचना अधिकारी ने व्यक्तिगत रूप से और अपने लोगों के माध्यम से कलाकारों से संपर्क कर भुगतान किए गए धन में से 40 से 60 प्रतिशत अपने व्यक्तिगत खाते में वापस करने की मांग की।
कलाकार रागिनी श्रीवास्तव एवं टीम को किए गए भुगतान में से अपने एक सहायक के खाते में डिजिटल तरीके से पैसा मंगा भी लिया। आरोप है कि उनके परिजनों द्वारा भी कलाकारों से संपर्क कर धनराशि मांगी गई। भजन गायिका आस्था गोस्वामी से उन्होंने संपर्क किया और उनसे धनराशि की मांग की।
जांच में हुआ खुलासा
पर्यटन अधिकारी की ओर से पैसे की डिमांड करने की शिकायत कलाकारों ने डीएम राकेश कुमार मिश्र से की। जांच कराई तो डिजिटल विधि से भुगतान वापस लेने के साथ कलाकारों की शिकायत सही मिली।
जांच के बाद डीएम ने इसकी रिपोर्ट शासन को भेजते हुए कार्रवाई की संस्तुति कर दी। डीएम की संस्तुति पर शुक्रवार को शासन ने डॉ. मकबूल को निलंबित कर दिया। डीएम ने पर्यटन सूचना अधिकारी के निलंबित होने की पुष्टि की है।