गौरीगंज (अमेठी)। जिला मुख्यालय की नगर पालिका परिषद के तीन वार्ड ऐसे हैं, जहां रहने वालों के लिए शुद्ध पेयजल सबसे बड़ा मुद्दा है। तीनों वार्डों का पानी खारा होने से टंकी का पानी ही एकमात्र विकल्प है। ऐसे में मोटर खराब होने पर यहां के लोगों को शुद्ध पानी के लिए दूसरे मोहल्लों की दौड़ लगानी पड़ती है।शहर के पश्चिमी छोर पर बांदा-टांडा राजमार्ग किनारे वार्ड संख्या-4 जयसिंह का पुरवा, वार्ड संख्या-7 नंदा का पुरवा व वार्ड संख्या-11 बरनाटीकर पड़ता है। इन वार्डों की करीब पांच हजार की आबादी को खारे की पानी से जूझना पड़ता है। जिससे यहां के लोगाें को खाना पकाने में समस्या उठानी पड़ती है।

गर्मियों के मौसम में समस्या और बढ़ जाती है। यहां पर पानी की आपूर्ति के लिए टंकी स्थापित की गई है। गर्मियों के दिनों में अक्सर मोटर खराब हो जाती है। जिससे तीनों वार्डों में पीने के पानी के लिए हाहाकार मच जाता है। पास-पड़ोस के मोहल्लों की दूरी तय करने पर ही लोगों को शुद्ध पानी मिल पाता है। इस बार शुद्ध पेयजल के लिए स्थायी समाधान निकालने की मांग को लेकर मुद्दा बना रहे हैं।

स्थानीय लोगों का दर्दनंदा का पुरवा निवासी सर्वेश सिंह ने कहा कि तीनों वार्डों में पीने के पानी के लिए बनाई गई पानी की टंकी जर्जर हो चुकी है। यहां लगे संयंत्र भी अक्सर खराब रहते हैं। इन समस्याओं का स्थायी समाधान निकालने से ही पेयजल की समस्या दूर होगी। बरना टीकर निवासी जितेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि जल निगम की टंकी का मोटर खराब होने पर लोगों को पानी के लिए भटकना पड़ता है। अभय ने कहा कि वार्ड में पीने के पानी की बहुत बड़ी समस्या है। चुनाव में वोट मांगते समय जन प्रतिनिधि बड़े-बड़े वादे करते हैं लेकिन चुनाव बीतने के बाद वार्ड की तरफ ध्यान नहीं देते। रामसुख ने कहा कि वार्ड में पानी की समस्या को लेकर कई बार उच्चाधिकारियों से मांग की गई। लेकिन समस्या जस की तस बनी है।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *