अमेठी। बुद्ध पूर्णिमा का पर्व पारंपरिक श्रद्धा और सद्भाव के वातावरण में मनाया गया। बौद्ध बिहारों और आंबेडकर प्रतिमा परिसर में त्रिशरण, पंचशील और बुद्ध पूजा के विशेष कार्यक्रम हुए। सिरमौर बौद्ध बिहार सोइया में भगवान बुद्ध और उनके धम्म पर विचार गोष्ठी और भोजन दान कार्यक्रम हुआ।
बुद्ध पूर्णिमा पर त्रिविध पावनी बुद्ध पूर्णिमा महोत्सव का शुभारंभ बृहस्पतिवार की शाम से शुरू हुआ। इस बार बुद्ध पूर्णिमा महोत्सव जिले में एक सप्ताह तक मनाया जाएगा। सिरमौर बौद्ध बिहार सोइया में बौद्ध भिक्षु भंते धम्मदीप और भंते प्रज्ञा मित्र के मार्गदर्शन में बुद्ध चरित्र चंद्रोदय पाठ शुरू हुआ।
कुशीताली में बौद्ध धर्म के अनुयायियों ने सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम किया। लोक कलाकार अनिल नादान ने गीतों के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन और बुद्धं शरणं गच्छामि के संदेश दिए। मुख्य अतिथि डॉ. सुनील दत्त ने कहा कि बुद्ध का मार्ग सबके लिए कल्याणकारी है। राज्य महिला आयोग की पूर्व सदस्य शकुंतला भारती ने कहा कि दुनिया को युद्ध की नहीं बुद्ध की जरूरत है। बामसेफ जिला संयोजक संजीव भारती ने कहा कि बौद्ध धम्म वैज्ञानिक धर्म है।
कार्यक्रम को संजय कुमार, धर्मराज, त्रिभुवन दत्त ने संबोधित किया। बौद्ध विहार विसुनदासपुर में त्रिसरण, पंचशील कार्यक्रम तो भेटुआ के गांव घटकौर में बाबा साहब डॉ. आंबेडकर की नव निर्मित प्रतिमा का अनावरण हुआ। इस मौके पर राम फल फौजी, डॉ. ओम प्रकाश गौतम, धर्मेंद्र बौद्ध, कवि राम चंद्र सरस, रामचंद्र, त्रिभुवन यादव, डॉ. नन्हे लाल, अरुण कुमार मौर्य, नागेश्वर बौद्ध, रघुनाथ यादव, राजकुमार साहू व राम बली गौतम मौजूद रहे।
भगवान बुद्ध को किया याद
बाजार शुकुल (अमेठी)। कस्बा स्थित धनेशा राजपूत गांव में बौद्ध समिति ने भगवान बुद्ध को याद किया। कार्यक्रम के आयोजक रामकुमार भारती की अगुवाई में दर्जनों लोगों ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उनके विचारों को सुना। इस मौके पर पचाई गौतम, कृष्ण गोपाल, मिश्री गौतम, गुडिय़ा, मीना, हरीश, सूबेदार, सुशील व संजय समेत कई लोग मौजूद रहे। (संवाद)
बुद्ध के त्याग व तपस्या पर चर्चा
गौरीगंज (अमेठी)। शहबाजपुर स्थित चंद्रभवन शुक्ल इंटर कॉलेज में शुक्रवार को महात्मा बुद्ध की को याद किया गया। इस मौके पर विद्यालय की प्रधानाचार्या प्रतिभा श्रीवास्तव, शिक्षक राघवेंद्र तिवारी, तेज बहादुर विश्वकर्मा, अंकित शुक्ल, पृथ्वीपाल गुप्ता, जयपाल, जमुना प्रसाद व दीपक दुबे समेत बड़ी संख्या में छात्र छात्राएं मौजूद रहे। सभी ने उनके जीवन के बारे में प्रकाश डाला और उनके त्याग और तपस्या के बारे में अवगत कराया। (संवाद)