गौरीगंज (अमेठी)। बेमौसम बारिश से बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है। ओपीडी में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। फिलहाल डायरिया का प्रकोप नहीं बढ़ा है लेकिन बुखार व जुकाम के मरीजों की संख्या कम नहीं हो रही है। डेंगू व मलेरिया को भी नियंत्रित रखने के लिए जांच कराते हुए चिकित्सक दवा के साथ बचाव विधि मरीजों को बता रहा है।
अप्रैल माह के बाद मई माह के अंतिम सप्ताह में मौसम परिवर्तित हो गया। जिला अस्पताल समेत सभी सीएचसी व पीएचसी में मरीजों की भीड़ उमड़ रही है। शुक्रवार को जिला अस्पताल में अकेले 765 मरीजों का पंजीकरण हुआ। पंजीकृत मरीजों में 210 मरीज बुखार, जुकाम व खांसी पीड़ित थे। डायरिया समेत अन्य प्रकार के मरीज की संख्या शून्य रहीं। बरसात में डेंगू व मलेरिया की संभावना को देखते हुए बुखार पीड़ितों की जांच प्रयोगशाला में कराई जा रही है। फिलहाल जिले में डेंगू या मलेरिया से पीड़ित को मरीज नहीं मिला है। ओपीडी में डॉ. लईक-उल्ल जमा, डॉ. अमित यादव, डॉ. शुभम पांडेय, डॉ. पीके पांडेय व डॉ राम बिलास व डॉ. अभय गोयल मरीजों का उपचार करने में जुटे रहे।
बरतें सतर्कताफिजिशियन डॉ. शुभम पांडेय ने बताया कि अभी बरसात होने से बीमारियां का प्रकोप नहीं हो रहा है। बरसात समाप्त होने व धूप होने पर डायरिया समेत अन्य बीमारियों के बढ़ने की संभावना होती है। तापमान के बढ़ने से पाचन और त्वचा संबंधी समस्याओं के साथ ही मौसमी फ्लू और संक्रमण, हीट स्ट्रोक, डायरिया, उल्टी, टाइफाइड, वायरल फीवर, आंखों का लाल होना, चक्कर आना, सिर में तेज दर्द की समस्या आम होती है। ऐसे में बचाव के लिए सावधानी बरतना अनिवार्य है।
पानी पीकर ही घर से निकलें
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. लकईउल्ल जमा ने बताया कि ऐसे मौसम में बच्चों की देख-भाल की जिम्मेदारी बढ़ जाती है। पूरे शरीर को ढकें और पानी पीकर ही घर से निकलें। हल्के, ढीले-ढाले सूती वस्त्र पहने, ताकि शरीर तक हवा पहुंचती रहे। शुद्ध और ताजा भोजन ही करें। खुले में रखे खाद्य पदार्थों के सेवन से दूर रहें। जरूरत के अनुसार धूप के चश्मे लगा सकते हैं। संतरा, नींबू सहित अन्य रसदार फल का अधिक सेवन करना चाहिए।
बारिश से अभी राहत मिलने की संभावना नहीं
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अमर नाथ मिश्र ने बताया कि शुक्रवार को अधिकतम तापमान 28.5 डिग्री जो सामान्य से 10.5 डिग्री कम रहा तो न्यूनतम तापमान 21.5 जो सामान्य से 3.5 डिग्री कम रहा। बताया कि आज से 31 मई तक हल्के बादल छाए रहने की तो 28 व 29 को गरज चमक के साथ हल्की बूंदा-बांदी होने की संभावना है।
दवा व उपचार का समुचित प्रबंध
दवा व जांच समेत अन्य सुविधाओं मरीजों को अंदर से दी जा रही है। ओपीडी के साथ आपातकालीन सेवा में नियमित चिकित्सक की मौजूदगी सुनिश्चित की गई है। उपचार में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डॉ.बद्री प्रसाद अग्रवाल-सीएमएस