गौरीगंज (अमेठी)। अमेठी के शिव प्रताप इंटर कॉलेज में प्रयोगात्मक परीक्षा के अंक गलत चढ़ने की वजह से फेल होने वाले सात विद्यार्थियों के मामले में यूपी बोर्ड की लापरवाही सामने आई है।बुधवार को डीआईओएस ने यूपी बोर्ड को पत्र भेज संशोधित रिजल्ट जारी करने का अनुरोध किया है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से मंगलवार को हाईस्कूल व इंटरमीडिएट का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया था। परीक्षा परिणाम के अमेठी के शिव प्रताप इंटरमीडिएट कॉलेज ने अपने यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों का परिणाम खंगाला तो सात मेधावी छात्र फेल मिले।
विद्यालय प्रशासन ने आनन-फानन सभी के अंकपत्र निकाले गए तो पता चला कि उन्हें सभी छह विषयों की प्रयोगात्मक परीक्षा में तीन-तीन अंक मिले हैं। यह स्थिति तब रही जब इन बच्चों को लिखित परीक्षा में 92.3 प्रतिशत तक नंबर मिले हैं।
प्रधानाचार्य डॉ. नवल किशोर ने आंतरिक मूल्यांकन के प्रपत्र निकलवाए तो पाया कि फेल होने वाले सातों विद्यार्थियों को सभी छह विषय की प्रयोगात्मक परीक्षा में 30 में 30 नंबर (छह विषय में 180 में 180) दिए गए हैं। प्रयोगात्मक परीक्षा के सभी साक्ष्य एकत्र करने के बाद विद्यालय प्रशासन ने इसकी जानकारी डीआईओएस ओपी मिश्र को दी।
डीआईओएस ने बताया कि सभी साक्ष्य के साथ एक पत्र माध्यमिक शिक्षा परिषद को भेजकर बच्चों का परीक्षाफल दुरुस्त कर संशोधित अंकपत्र जारी करने का अनुरोध किया है। बताया कि अधिकतम 15 दिन में बच्चों का परीक्षाफल घोषित कर दिया जाएगा।
पास होते तो टॉपर लिस्ट में होते उवैश
यदि बोर्ड की गलती से सातों बच्चे फेल नहीं होते तो इनमें शामिल उर्वेश रजा जिले की टॉप-10 सूची में नौवें स्थान पर होते। प्रधानाचार्य ने कहा कि बोर्ड की इस गलती से बच्चों की मानसिक स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
विद्यार्थी का नाम – लिखित परीक्षा में मिले अंक-प्रयोगात्मक में मिले अंक-पूरे अंक मिलने पर प्रतिशत उवैश रजा – 388 – 18 – 94.67
भावना वर्मा – 384 – 18 – 94 श्रेया सिंह – 382 – 18 – 93.67
अनंत दीप – 368 – 18 – 91.33 अर्चिता शुक्ला – 295 – 18 – 79.17
हर्ष कुमार – 282 – 18 – 77
सर्वेश कुमार – 245 – 18 – 70.83