इटावा। भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ने वर्तमान जिलाध्यक्ष संजीव राजपूत पर भरोसा जताते हुए उन्हें दोबारा जिलाध्यक्ष नियुक्त किया है। बातचीत के दौरान जिलाध्यक्ष राजपूत ने कहा कि जिस तरह से भाजपा के प्रदेश नेतृत्व ने उन पर भरोसा जताया है। उस पर वह खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे।
उन्होंने कार्यकारिणी में फेर बदल पर कहा कि जब प्रदेश और क्षेत्र में बदलाव होता है तो जिला कार्यकारिणी में बदलाव किया जाएगा। ऐसा आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए और भाजपा की हैट्रिक विजय को देखते हुए लिया जाना बहुत जरूरी है। संगठन के कार्यों में कार्य करने वाले व्यक्तियों को जिला कार्यकारिणी में जगह दी जाएगी। वर्तमान मेंं 22 सदस्यीय जिला कार्यकारिणी में दो पद संजीव राजपूत के जिलाध्यक्ष बनने के समय से ही रिक्त चल रहे हैं। इनमें महामंत्री और उपाध्यक्ष का पद शामिल है।
उपाध्यक्ष से पदोन्नत कर जिलाध्यक्ष बनने के बाद उपाध्यक्ष पद रिक्त चल रहा है। जबकि महामंत्री रहे करन सिंह राजपूत के 2022 में विधान सभा चुनाव से पूर्व भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो जाने की वजह से महामंत्री का पद भी रिक्त चल रहा है। इस बार यह दोनों पद भर जाएंगे ऐसी संभावना नजर आ रही है। वर्तमान में 20 पदाधिकारियों में तीन महिला जिला पदाधिकारी हैं। एक बार फिर से संजीव राजपूत के लिए 15 का अंक लकी साबित हुआ। 15 अगस्त 2021 को पहली बार जिलाध्यक्ष बने, 15 सितंबर 2023 को दोबारा जिलाध्यक्ष बने।
अजय धाकरे की जिला कार्यकारिणी में उपाध्यक्ष रहे संजीव राजपूत को भाजपा ने अचानक से बड़ा निर्णय लेते हुए अजय धाकरे के स्थान पर संजीव राजपूत को पदोन्नति प्रदान करते हुए 15 अगस्त 2021 की देर शाम को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया था। संजीव राजपूत के कार्यकाल में भाजपा ने मैनपुरी लोक सभा उपचुनाव लड़ा, इसमें इटावा जिले की जसवंतनगर विधानसभा आती है। जबकि दूसरा नगरीय निकाय चुनाव लड़ा। भले ही भाजपा को इन दोनों चुनाव में असफलता हाथ लगी हो, बावजूद इसके पार्टी ने किसी नए चेहरे पर दांव लगाने के स्थान पर उन पर ही भरोसा जताया है।
ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पूर्व जिलाध्यक्ष बदलकर किसी तरह का कोई जोखिम मोल लेना नहीं चाहती थी। शायद इसीलिए संजीव राजपूत को जिलाध्यक्ष के रूप में बरकरार रखा। भाजपा जनपद के पिछड़ा वर्ग खासकर लोधी समाज को लोकसभा से पूर्व नाराज करके किसी तरह का कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहती थी।