संवाद न्यूज एजेंसी, फतेहपुर
Updated Sat, 02 Sep 2023 12:30 AM IST
चौडगरा। पीएचसी गोपालगंज में दो वर्ष पूर्व जन्मी बच्ची के दोनों पैर बीमारी के कारण मुड़े हुए थे। पैरों को ठीक करने का जिम्मा पीएचसी गोपालगंज की आरवीएस टीम ने उठाया। करीब दो वर्ष इलाज चलने के बाद बच्ची ने दौड़कर सबको चकित कर दिया।
मलवां ब्लाक के गांव बीकमपुर निवासी मोनी पत्नी शैलेन्द्र कुमार को दो साल पूर्व एक सितंबर को क्लब फुट की बीमारी से ग्रसित बच्ची का जन्म हुआ। बीमारी को ठीक करने के लिए आरवीएस की टीम डाॅक्टर मोनिका सिंह, डॉ. समराना खातून, डाॅ. जावेद रजा ने जिम्मा संभाला। डॉ. मोनिका सिंह ने बताया कि बच्ची के पैरों में सबसे पहले पांच से छह बार प्लास्टर चढ़ाया गया, इसको जूते भी पहनाए गए। शुक्रवार को बच्ची भूमि उम्र साल वर्ष को परिजन पीएचसी लेकर आए। इसके बाद आरवीएस की टीम ने बच्ची को चलाकर व दौड़ाकर देखा। बच्ची अब सामान्य रूप से स्वस्थ हैं। यह देखकर डाक्टरों में खुशी की लहर दौड़ गई। वही पिता शैलेंद्र कुमार ने बताया सरकारी अस्पताल में बच्ची का पूरा मुफ्त इलाज हुआ है।
प्रभारी चिकित्साधिकारी डाॅ. अरुण कुमार द्विवेदी ने बताया कि क्लब फुट एक प्रकार की पैर से संबंधित जन्मजात विकृति है। जन्म के समय से ही बच्चे का पैर उसके सामान्य आकार का नहीं होता है। जिसे डाक्टरों की देखरेख में ठीक किया जा सकता है। अभी तक इस बीमारी के होने का मुख्य कारण निकल कर नहीं आया है।