खागा। रेलवे स्टेशन के बाहर शुक्रवार से शुरू हुई पार्किंग शुल्क की व्यवस्था को लेकर दूसरे दिन शनिवार सुबह ई-रिक्शा चालकों ने हंगामा कर दिया। चालकों ने कहा कि वह यात्रियों को स्टेशन लेने व छोड़ने जाते हैं। इस पर उनसे 20 रुपये रोजाना शुल्क मांगा जा रहा है। पैसा न देने पर मारपीट की गई। चालकों ने पहले कोतवाली और फिर नगर पंचायत में ईओ से मिलकर शिकायत की।
ई-रिक्शा चालक प्रदीप सिंह, कुलदीप कुमार, प्रेम गुप्ता, विनोद कुमार, राहुल कुमार, मोहम्मद जुबैर कई साथियों के साथ शनिवार सुबह कोतवाली पहुंचे। यहां शिकायत के बाद वह नगर पंचायत पहुंचकर पूरे परिसर व बाहर सड़क पर ई-रिक्शा खड़ा कर चेयरपर्सन गीता सिंह व ईओ लालचंद्र से मिले। कहा कि दिनभर मेहनत कर मुश्किल से 300 रुपये कमा पाते हैं। अब रेलवे स्टेशन से यात्रियों को लेने और वाहन खड़ा करने पर 20 रुपये प्रतिदिन मांगा जा रहा है। पैसा नहीं देने पर मारपीट की जा रही है।
पार्किंग ठेकेदार राजेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि खागा रेलवे स्टेशन के बाहर पार्किंग के लिए तीन लोगों को नामित किया गया है। स्टेशन के बाहर रेट लिस्ट भी लगा दी गई है। ई-रिक्शा चालकों से किसी तरह की अभद्रता व मारपीट नहीं की गई है। नियमानुसार ही शुल्क लिया जा रहा है। इस मसले पर नगर पंचायत ईओ लालचंद्र मौर्य ने बताया कि ई-रिक्शा चालकों की शिकायत पर प्रकरण की जांच कराई गई है और स्टेशन के बाहर चालकों के साथ सरासर गलत हो रहा है।
बताया कि पार्किंग नियमों के अनुसार स्टेशन के बाहर पार्किंग स्थल के चारों ओर बाउंड्री होनी चाहिए, वहां पर छाया के लिए टीन शेड, शौचालय, यूरिनल, पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। इन चीजों के बगैर कोई पार्किंग शुल्क नहीं बनता है। एसडीएम खागा, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली को पत्राचार कर रहे हैं, ताकि किसी को अव्यवस्था न होने पाए।