फर्रुखाबाद। नगर पालिका परिषद के सभासदों ने समितियाें का गठन और हर माह बोर्ड के बैठक न करने पर जिलाधिकारी को संबोधित पत्र सिटी मजिस्ट्रेट को दिया। कहा कि पालिकाध्यक्ष को वित्तीय अधिकार नहीं हैं, फिर भी भुगतान हो रहे हैं। इससे उन्हें तुरंत रोका जाए।
शनिवार सुबह करीब 11 बजे सभासदों का प्रतिनिधिमंडल कलक्ट्रेट पहुंचा। डीएम के तहसील समाधान दिवस में होने पर सभासदों ने पत्र सिटी मजिस्ट्रेट को दिया। इसमें कहा कि 21 जून की बोर्ड बैठक में हुए फैसले के अनुसार समितियों का गठन किया जाए। प्रतिमाह बोर्ड की बैठक के स्वीकृत प्रस्ताव का अनुपालन किया जाए। इस संबंध में धरना हुआ, उसमें हर माह बैठक संबंधी पत्र भी ईओ ने दिया था। मगर इस पर अमल नहीं किया गया। दो अगस्त को डीएम को पत्र देकर समितियां गठित न होने से अवगत कराया गया। फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई। पालिकाध्यक्ष मनमाने तरीके से संचालन कर रहे हैं। सभासदों को वैधानिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है।
पत्र में कहा कि बोर्ड से वित्तीय अधिकार न मिलने के बावजूद भुगतान किए जा रहे हैं। यह आपत्तिजनक और नियम के खिलाफ है। अधिकार के विरुद्ध हो रहे कृत्यों को तुरंत रोका जाए। यही नहीं हर माह बोर्ड की बैठक बुलाना सुनिश्चित किया जाए। पत्र देने वाले सभासदों में अतुल शंकर दुबे, विश्वनाथ राजपूत, संतकुमार बाथम, अनिल कुमार तिवारी, मृदुल कटियार, अर्चना अग्निहोत्री, नेहा यादव, कृष्णमोहन, अनीता कनौजिया, पूनम देवी, नरेंद्र यादव, विजय अनुरागी आदि थे।