हसवा। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत करीब चार करोड़ से बनी सड़क 60 दिन में ही उखड़ गई। आए दिन निरीक्षण के बावजूद सड़क गुणवत्ता विहीन बनाई गई। दर्जनों स्थान पर उखड़ी गिट्टियां व गड्ढे भ्रष्टाचार की पोल खोल रहे हैं।

बिलंदा हाईवे से शहाबुद्दीनपुर तक सड़क का निर्माण प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत हुआ। इस मार्ग पर डामरीकरण का काम खत्म हुए अभी दो माह भी नही गुजरे कि सड़क उखड़ने लगी है। आरोप है कि इस मार्ग पर डामर बहुत कम इस्तेमाल किया गया। 25 मिमी परत की जगह ठेकेदार ने विभागीय अधिकारियों से मिलकर सिर्फ 10 मिमी की परत ही बिछाई। ग्रामीणों ने इसका विरोध भी किया था।

सड़क को बनाने के लिए सरकार ने विभाग को 3 करोड़ 94 लाख रुपये दिए थे। ये मार्ग एकारी, अतरहा, मोहनपुर, टीसी , मिचकी समेत दर्जन भर गांव को जोड़ता है। इसका शिलान्यास केंद्रीय राज्यमंत्री साध्वी निरंजन ज्योति ने दिसंबर में किया था। ग्रामीणों का कहना है कि सांसद साध्वी निरंजन ज्योति से इस मामले को लेकर मिला जाएगा।

जांच के लिए सड़क खोद डाली, बनाना भूल गए

इस मार्ग की जांच के लिए दिल्ली से टीम आई थी। कई स्थानों पर वर्गाकार आकार में सड़क खोदकर नमूने लिए गए। करीब एक फीट गहराई रही। निरीक्षण टीम ने इसकी मोटाई व गुणवत्ता की जांच की। इस स्थान को दोबारा गिट्टी व सीमेंट से भरकर पाटना था, लेकिन गड्ढे में उसी मलबे को भर दिया गया। इस स्थान से भी सड़क उखड़ रही है।

एक नजर में सड़क

योजना- प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क

स्थल- जीटी मार्ग से शहाबुद्दीनपुर तक

लागत- 394.74 लाख

मार्ग की लंबाई- 7.950 किलोमीटर

गारंटी की अवधि- पांच वर्ष

पांच वर्ष की अनुरक्षण लागत- 54.89 लाख

कार्य प्रारंभ की तिथि – 13 मई 2022

समाप्त की तिथि- 12 मई 2023

कार्यदायी संस्था- लोक निर्माण विभाग

ठेकेदार का नाम व पता- वाईपी कंस्ट्रक्शन कंपनी

स्पीक-अप

फोटो-28-संदीप मौर्य

संदीप मौर्य का कहना है कि 10 साल से हम लोग मार्ग बनने की राह देख रहे थे। काफी प्रयास के बाद मार्ग तो बना लेकिन इतना घटिया तरीके से बना कि 60 दिन में ही रोड उखड़ना शुरू हो गई है।

फोटो-27-जितेंद्र दिवाकर

जितेंद्र दिवाकर ने कहा कि भ्रष्टाचार की जड़े इतनी गहरी हैं कि निरीक्षण के बावजूद गुणवत्ता नहीं देखी गई। विभाग में कमीशनबाजी इतनी ज्यादा है कि ठेकेदार काम से ज्यादा धनराशि बचाने में लगे थे।

कोट

बिलंदा हाईवे से शहाबुद्दीनपुर मार्ग पर यदि गड्ढे हुए हैं तो उसको भराया जाएगा। जेई को सड़क देखने के लिए भेजा जाएगा। अभी आगे काम चल रहा है, बारिश के कारण बंद करा दिया गया है। ठेकेदार को काम कराने के लिए बोला जाएगा।सड़क में गुणवत्ता का ध्यान दिया गया है।

– दिवाकर, एक्सईएन, पीएमजीएसवाई।



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