गोगिया परिवार ने हे मां मेडिको से भी दवाएं खरीदकर बाजार में बेची हैं। औषधि विभाग की जांच में इसके बिल मिले हैं। इस पर संचालकों से बीते तीन साल की दवाओं की खरीद और बिक्री के रिकाॅर्ड मांगे गए हैं। बीते महीने हे मां मेडिको समेत पांच फर्म से नकली दवाओं का कारोबार पकड़ा गया था। इनके संचालक जेल में हैं और गोदाम-स्टोर सील हैं।
सहायक आयुक्त औषधि अतुल उपाध्याय ने बताया कि नकली दवाओं की बिक्री और बिना बिल के दवाएं बेचने की शिकायत पर फव्वारा स्थित गोगिया मेडिकल एजेंसी, एनके एंटरप्राइजेज और राधे कृपा फार्मा पर छापा मारकर जांच की थी। इसमें कुछ दवाओं के स्टॉक रजिस्टर और भंडारण में अंतर मिला था। बिल में भी गड़बड़ी मिली थी। इनके रिकाॅर्ड खंगालने पर पता चला कि राधे कृपा फार्मा ने हे मां मेडिको से भी एक दवा खरीदी है।
मिलान करने पर ये दवा मेडिकल स्टोर और गोदाम में नहीं मिली। पूछताछ में संचालक ने इन दवाओं की बिक्री करने की जानकारी दी है। ऐसे में राधे कृपा फार्मा के संचालक नरेश गोगिया के अलावा गोगिया मेडिकल एजेंसी के संचालक पंकज गोगिया और एनके एंटरप्राइजेज के संचालक कुलदीप गोगिया से बीते तीन साल में दवाओं की खरीद-बिक्री के रिकाॅर्ड तलब किए हैं।
उनसे पूछा गया है कि भंडारण में कौन-कौन सी दवाएं हैं, इनकी मात्रा कितनी है। हे मां मेडिको, बंसल मेडिकल एजेंसी, एमएसपी मेडी पाॅइंट, ताज मेडिको, राधे मेडिकल एजेंसी से कोई दवाएं खरीदी हैं कि नहीं। खरीदी हैं तो इनकी मात्रा कितनी है, कहां-कहां बिक्री की है। इन सभी का रिकाॅर्ड मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
गोगिया परिवार में कई फर्म, सभी की होगी जांच
सहायक आयुक्त ने बताया कि गोगिया परिवार दवाओं का कारोबार करता है। अभी तक चार मेडिकल एजेंसी की जांच चल रही है। इनके परिवार के अन्य सदस्यों के नाम पर भी फर्म और गोदाम हैं। इनकी भी चरणबद्ध जांच की जाएगी। टीम ने बीते दिन तीन मेडिकल स्टोर से मौके पर मिले रिकाॅर्ड जब्त भी किए हैं। जांच के लिए विभिन्न दवाओं के 12 नमूने भी लिए हैं।
