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आईआईटी का इंडियन पोर्ट्स एसोसिएशन के साथ हुआ समझौता – फोटो : अमर उजाला
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देश के बंदरगाहों को स्मार्ट बनाने का बीड़ा अब आईआईटी ने उठाया है। इसके लिए इंडियन पोर्ट्स एसोसिएशन (आईपीए) ने डिजिटल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत आईआईटी के सी3आई हब के साथ शनिवार को संस्थान परिसर में समझौता (एमओयू) किया है। इसकी मदद से साइबर सुरक्षा नियंत्रण और प्रबंधन प्रणालियों को लागू किया जाएगा।
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एमओयू के तहत बंदरगाह अधिकारियों और परिचालन टीमों के लिए विशेष साइबर सुरक्षा-संबंधी कौशल सेट विकसित करने और समुद्री क्षेत्र के लिए व्यापक साइबर सुरक्षा नीतियों को डिजाइन करने पर ध्यान केंद्रित होगा। आईपीए के चेयरमैन सुनील पालीवाल ने कहा कि यह समझौता भारतीय बंदरगाहों को विश्वस्तरीय स्मार्ट बंदरगाहों में बदलने में सहायक होगा। इसका लक्ष्य न केवल स्वचालन को आगे बढ़ाना है, बल्कि डिजिटल संपत्तियों की सुरक्षा करने वाले मजबूत साइबर सुरक्षा ढांचे को भी सुनिश्चित करना है। आईआईटी के निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने कहा कि संस्थान को इस पहल का हिस्सा बनने पर गर्व है। आईपीए को सुरक्षित, स्मार्ट पोर्ट संचालन के लिए अत्याधुनिक अनुसंधान और तकनीकी विशेषज्ञता में सहयोग किया जाएगा।
सी3आई हब के प्रोजेक्ट निदेशक प्रो. संदीप शुक्ला ने कहा कि जैसे-जैसे बंदरगाह अधिक डिजिटल और स्वचालित होते जा रहे हैं, साइबर सुरक्षा को भी समानांतर रूप से विकसित किया जाना चाहिए। कहा कि लक्ष्य समुद्री परिचालन में साइबर सुरक्षा के लिए वैश्विक मानक स्थापित करना है।