-10-जिला महिला अस्पताल में कोरोना की जांच करातीं महिलाएं। संवाद
संवाद न्यूज एजेंसी
उरई। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर सजगता बरती जा रही है। ऐसे में अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। जिला महिला, नेत्र और जिला अस्पताल की पैथोलॉजी में जांच कराने वाले मरीजों को पहले कोरोना की जांच कराने के लिए कहा जा रहा है। ऐसे में कोरोना जांच के लिए भी अस्पतालों में भीड़ लग रही है।
जिला महिला अस्पताल में डॉक्टर कक्ष में जाने से पहले महिलाओं की कोरोना जांच अनिवार्य कर दी गई है। इलाज के लिए कहा जा रहा है कि पहले अपनी कोरोना की जांच कराएं और ओपीडी के पर्चे पर कोरोना निगेटिव की रिपोर्ट लगवाएं। ऐसे में मरीजों की कोरोना जांच के लिए भीड़ लग रही है। हालांकि यहां मास्क और सामाजिक दूरी का पालन नहीं किया जा रहा है।
नेत्र अस्पताल में भी ओपीडी के पर्चे पर कोरोना जांच की रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है। चिकित्सक उन्हीं पर्चे वाले मरीजों को देख रहे है, जिनमें कोरोना रिपोर्ट निगेटिव होने की रिपोर्ट लगी हुई होती है। ऐसे में जो मरीज कोरोना जांच में आनाकानी करते है, वह बिना इलाज के ही लौट रहे हैं।
यही हाल जिला अस्पताल की पैथोलॉजी का भी है। यहां भी जांच के लिए आने वाले मरीजों से पहले कोरोना जांच कराने के लिए कहा जा रहा है। हालांकि यहां चिकित्सकों के पास बिना कोरोना जांच के भी इलाज हो रहा है। कोरोना जांच से डरने वाले कई मरीज प्राइवेट चिकित्सकों के पास जाने की बात कह रहे हैं।
जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. अविनेश कुमार बनौधा का कहना है कि कोरोना के मामले लगातार निकल रहे हैं। ऐसे में सतर्कता बरती जा रही है। मरीजों से कहा जा रहा है कि वह मास्क पहने और लक्षण होने पर जांच कराए। पैथोलॉजी समेत जहां मरीजों की भीड़ होती है, वहां कोरोना जांच कराने के लिए कहा जा रहा है।