कदौरा। मुख्यमंत्री की सख्त हिदायत के बाद भी नगर और क्षेत्र की सड़कों पर अन्ना मवेशी घूम रहे हैं। तीन दिन की समय सीमा भी समाप्त हो चुकी है। नगर में मोहल्ला और चौराहों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी अन्ना मवेशी बड़ी संख्या में घूमते नजर आ रहे हैं। अधिकारियों की माने तो उन्हे संख्या याद नहीं है कि कितने मवेशियों को गोशाला में बंद कराया गया है। डीएम ने ईओ और बीडीओ को तय सीमा में मवेशियों को गोशालाओं में बंद करने के आदेश दिए थे। जिम्मेदारों ने कागजों पर तो सारे मवेशी गोशाला में पहुंचा दिए लेकिन धरातल पर अभी भी मवेशी खेले में विचरण कर रहे हैं। नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र में बड़ी संख्या में अन्ना मवेशियों की चहलकदमी लोगों की परेशानी का कारण बनी हुई है। किसानों को फसलों की रखवाली के लिए दिन-रात जागना पड़ता है। शनिवार को कस्बा के बेरी रोड पर एक दर्जन से अधिक अन्ना मवेशी कूड़े के ढेर में खाद्य सामग्री तलाशते नजर आए। हरचंदपुर और परौसा के पास मवेशियों का झुंड सड़क पार करता नजर आया। सब्जी मंडी में अन्ना मवेशियों का झुंड हर समय डटा रहता है। कई बार मवेशियों के आपस में लड़ने के कारण दुकानदारों का सामान, वाहन आदि क्षतिग्रस्त होने के साथ कई लोग घायल भी हो चुके हैं। प्रभारी ईओ राधा बल्लभ चतुर्वेदी ने कहा कि सभी पशुपालकों को नोटिस दिए गए हैं। जिन पालकों ने खुले में पशु छोड़ रखे हैं उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।