फोटो-19-डॉ. सुरेंद्र सिंह चौहान को सम्मानित करते अतिथि। संवाद

संवाद न्यूज एजेंसी

उरई। डीवी कॉलेज के सेमिनार हॉल में विज्ञान परिषद ऑफ इंडिया का 24 वां वार्षिक तीन दिवसीय सम्मेलन और संगोष्ठी का आयोजन किया गया। तीन दिवसीय संगोष्ठी के अंतिम दिन रविवार को गोरखपुर विश्वविद्यालय के गणित के प्रोफेसर डॉ एसएन पांडेय ने पाइथागोरस प्रमेय को भारतीय गणित की देन बताया गया है। प्राचीन गणित में कई अविष्कार और शोध हुए है। आज भी इसे आगे बढ़ाने की जरूरत है। नवाचार करते रहना चाहिए। कुमाऊ विश्वविद्यालय के गणित के प्रोफेसर एमसी जोशी ने कहा कि गणित एक ऐसी भाषा विषय है, जिसमें झूठ का कोई स्थान नहीं है। अध्यक्षता कर रहे कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजेश चंद्र पांडेय ने गणित को साहित्य में छिपे तथ्य एवं संभावनाओं पर अनुसंधान करने की जरूरत पर जोर दिया।

संगोष्ठी में देश और विदेश के गणितज्ञों ने आनलाइन और आफलाइन जुड़कर अपने अपने गणित से संबंधित व्याख्यान दिए। इस दौरान विज्ञान परिषद आफ इंडिया की ओर से आयोजित प्रतियोगिता में तीन शोध छात्रों रोहित कुमार नैनीताल, दीपिका मारवाड़ कानपुर और नरेंद्र विश्वास नैनीताल को यंग साइंटिस्ट का पुरस्कार दिया गया।

इस दौरान प्रोफेसर आरसी चंदेल, डॉ. सुरेंद्र सिंह चौहान, डॉ. नीति कुशवाहा, डॉ. हरीश कुमार श्रीवास्तव ने भी विचार रखे। संचालन प्रोफेसर अवनीश कुमार ने किया। इस दौरान डॉ. सुरेंद्र सिंह चौहान, डॉ. शरत श्रीवास्तव, डॉ. हर्ष कुमार गर्ग, डॉ. अंगद सिंह कुशवाहा, डॉ. कृपाशंकर, डॉ. सुरेंद्र यादव, डॉ. नगमा खानम, डॉ. पंकज सिंह, डॉ. विजय चौधरी, डॉ. नीता गुप्ता आदि मौजूद रहे।



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