कोरोना काल के बाद हुआ इतना अधिक इजाफा
अमर उजाला ब्यूरो
झांसी। झांसी में जमीन खरीदना अब और भी महंगा हो गया है। जिला प्रशासन ने 20 फीसदी तक सर्किल रेट में इजाफा कर दिया है। कोरोना काल के बाद अब इतना अधिक इजाफा हुआ है।
दरअसल हर साल सर्किल रेट में बदलाव करके जमीन की सरकारी दर को बाजारू दर के अनुरूप लाया जाता है। जिन क्षेत्रों के सर्किल रेट में बढ़ोतरी की गई है, उनमें कई ऐसे हैं, जहां पर संपत्तियों की खरीद-फरोख्त तेजी से हो रही है। महानगर की सीमा के अंदर, इससे सटे 40 नगरीय, अर्द्ध नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों की जमीनों की कीमतें 20 प्रतिशत तक बढ़ाई गई हैं। इसमें महानगर के नरसिंह राव टौरिया, आंतिया तालाब, अंदर ओरछा गेट, बाहर ओरछा गेट, अलीगोल द्वितीय, दतिया गेट बाहर, उन्नाव गेट बाहर, सूजे खां खिड़की अंदर, डडियापुरा प्रथम, भांडेरी गेट बाहर, बड़ागांव गेट बाहर, चंद्रशेखर आजाद मुहल्ला, गुसाईंपुरा, गुमनावारा, खुशीपुरा प्रथम, खत्रयाना, अशोक सनफ्रान सिटी, बड़ागांव गेट अंदर आदि शामिल हैं। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में बूढ़ा, भोजला, मैरी, मुस्तरा, करगुवां, टांकोरी, भगवंतपुरा, कोछाभांवर, बरुआसागर, सिमरधा, बेहटा, सिंगर्रा, फुटेरा, दिगारा, बराटा, बलौरा, डगरियारुंद, ढढरी, रसोई, रुंद बलौरा, मानपुर, अठौंदना हंसारीगिर्द, गढ़मऊ, पालर, बिजौली, गोरामछिया, बड़ागांव, पठारी, पाली पहाड़ी, आरी, रक्सा, लहरगिर्द, गढि़यागांव, घिसौली, नयागांव, सिमरावारी, पठेश्वर, बबीना, खैलार आदि क्षेत्रों में सर्किल रेट में बढ़ोतरी हुई है।
बीडा के लिए चिह्नित 36 गांवों में नहीं हुआ इजाफा
बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण के लिए 36 गांव चिह्नित किए गए हैं। ये सभी गांव सदर तहसील में आते हैं। इन गांवों के सर्किल रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है। जबकि, यहां के ग्रामीणों द्वारा लगातार सर्किल रेट बढ़ाने की मांग की जा रही थी। ताकि, बीडा के लिए खरीदी जाने वाली जमीन का मुआवजा बढ़े हुए सर्किल रेट के हिसाब से उन्हें मिले।
झांसी में जमीन के सर्किल रेट 20 फीसदी तक बढ़ गए हैं। इससे पहले प्रस्तावित सर्किल रेट पर 30 अगस्त तक लोगों से आपत्तियां मांगी गई थीं। इनका निस्तारण कर अब नई दरें लागू कर दी गई हैं। – प्रवीण सिंह, सहायक महानिरीक्षक, निबंधन विभाग।