झांसी। बृहस्पतिवार को निकाय चुनाव की वोटिंग खत्म होने के बाद शुक्रवार का दिन मेयर प्रत्याशियों ने थकान दूर करने में उतारा। कोई प्रत्याशी एक तो कोई ढाई घंटे देरी से सुबह उठा। कार्यकर्ताओं से मिलना-जुलना चलता रहा। पूछते रहे किस क्षेत्र में कहां-क्या स्थिति रही है। किस प्रत्याशी को कितने वोट मिलने का अनुमान है। प्रत्याशियों ने काफी समय अपने परिजनों के साथ भी बिताया। यही नहीं, प्रत्याशियों के परिजन भी चुनाव प्रचार में जुटे हुए थे। ऐसे में उन्होंने भी शुक्रवार को घर पर आराम किया।
दिनभर कार्यकर्ताओं से मिले बिहारी, समर्थकों के घर गए
झांसी। भाजपा के मेयर प्रत्याशी बिहारी लाल आर्य चुनाव के दौरान तो सुबह पांच बजे उठ जाते थे मगर शुक्रवार को एक घंटे देर से जागे। पूजा-पाठ करने के बाद सुबह से लोगों से मिलना शुरू कर दिया। चुनाव को लेकर इनपुट लेते रहे। कई समर्थकों के घर भी वह गए। उन्होंने बताया कि एक समर्थक के घर पर ही उन्होंने खाना खाया। शाम को घर लौटे तो पत्नी, बेटे डॉ. एमएल आर्य, महेश प्रसाद आर्य, बेटी भारती आर्य समेत अन्य परिजनों के साथ समय बिताया। फिर देर रात तक कार्यकर्ताओं से मिलते रहे।
20 दिनों बाद परिजनों के साथ अरविंद ने बिताया समय
झांसी। कांग्रेस के महापौर प्रत्याशी अरविंद बबलू चुनाव के समय सुबह साढ़े तीन बजे उठते थे। चार बजे कार्यकर्ताओं के घर जाकर रणनीति बनाते थे। सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक वार्डों में जनसंपर्क करते थे। शुक्रवार को वह सुबह छह बजे उठे। परिचितों, कार्यकर्ताओं का आना शुरू हो गया तो उनसे रुझान पूछते रहे। बताया कि करीब 20 दिन बाद पिता रामदास, मां विद्या देवी, बड़े भाई हीरालाल, भाभी बबीता देवी, भाई अवध कुमार, भाभी सुनीता देवी, पत्नी रजनी, बेटी तृषा व बेटे सारांश के साथ समय बिताने का मौका मिला।
सतीश ने परिवार संग बिताया समय, कार्यकर्ताओं से भी मिले
झांसी। सपा के मेयर प्रत्याशी सतीश जतारिया ने कहा कि चुनाव के समय सुबह पांच बजे उठते थे और फिर छह बजे से चुनाव प्रचार के लिए निकल जाते थे। दोपहर डेढ़ बजे घर लौटते फिर कार्यकर्ताओं के साथ दोपहर साढ़े तीन बजे तक बैठक करते। शाम चार बजे से फिर प्रचार के लिए निकलते और रात दस बजे तक जनसंपर्क करते। मतदान के बाद शुक्रवार को सुबह साढ़े आठ बजे उठे। कार्यकर्ताओं से मिले। पत्नी रेखा, बेटी मनीला सिंह, बहन ममता, भाई आनंद, रवि के साथ समय बिताया।
भगवानदास ने घर के कामकाज में भी बंटाया हाथ
झांसी। बसपा के महापौर प्रत्याशी भगवानदास फुले ने बताया कि रोजाना सुबह पांच बजे उठने के बाद वह सात से दोपहर एक बजे तक जनसंपर्क करते थे। फिर शाम चार से रात 10 बजे तक जनसंपर्क करते थे। उनकी बेटियों आन्या और शान्या ने बीएससी का पेपर देते हुए चुनाव प्रचार किया। भाभी ऊषा और भतीजी रितु भी जनसंपर्क करती रहीं। शुक्रवार को भगवानदास सुबह साढ़े छह बजे सोकर उठे। घर के कामकाज में भी हाथ बंटाया। कार्यालय की साफ-सफाई कराई। कार्यकर्ताओं से फोन पर बात की।