झांसी। निकाय चुनाव 2017 में झांसी प्रदेश का दूसरा ऐसा महानगर था, जहां नगर निगम चुनाव में सबसे कम नोटा का बटन दबा था। पिछली बार महापौर और पार्षदों को चुनते समय 893 झांसी वासियों ने नोटा को चुना था।

अगर मतदाता को किसी भी राजनीतिक दल का काम या फिर उम्मीदवार पसंद नहीं आता है तो उसके पास ईवीएम या बैलेट पेपर में इनमें से कोई नहीं यानी नोटा का बटन दबाने का विकल्प मौजूद रहता है। वर्ष 2017 के निकाय चुनाव की बात करें तो प्रदेश में अयोध्या नगर निगम में सबसे कम 686 लोगों ने नोटा का बटन दबाया था। इसके बाद झांसी में 893 ने किसी भी उम्मीदवार का चयन न करते हुए नोटा के विकल्प को चुना था। झांसी में पहले चरण में चार मई को मतदान होना है। ऐसे में सभी पार्टियों और निर्दलीय प्रत्याशी तक लोगों के घर-घर जाकर वोट मांग रहे हैं। वहीं, किसी भी व्यक्ति को किसी राजनीतिक दल का काम या फिर प्रत्याशी पसंद नहीं आता है तो उनके पास नोटा का विकल्प मौजूद है। ऐसे में देखने वाली बात होगी कि जनता पिछली बार से कम या फिर ज्यादा नोटा का बटन दबाती है।



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