चमनगंज के प्रेमनगर क्षेत्र के छह मंजिला भवन में रविवार की रात शॉर्ट सर्किट से आग लग गई, जिसमें कारोबारी मो. दानिश, उनकी पत्नी नाजली सबा और बेटियाें सबा, सारा, सिमरा, इनाया की मौत हो गई। यह आग रात 8.25 बजे लगी थी, जिसकी भयावह लपटें और दमघोंटू धुआं पूरे क्षेत्र में फैल गया। इसको बुझाने में दमकल कर्मियों को नौ घंटे 10 मिनट तक मशक्कत करनी पड़ी।
सोमवार की सुबह 3:30 बजे एडीआरएफ की टीम ने मो. दानिश और नाजली सबा और सुबह 5.34 बजे तीनों बेटियों के शवों को बाहर निकला। एक ही परिवार के पांच शवों को देख क्षेत्र के लोग गमगीन हो गए। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया। पुलिस ने दोपहर में शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को दे दिया। रात करीब आठ बजे सभी को सुपुर्दे खाक किया गया। एक साथ सभी के जनाजे उठे। रविवार की रात 8:20 बजे प्रेमनगर से तकिया पार्क जाने वाले मार्ग का माहौल बिल्कुल सामान्य था।
Trending Videos
2 of 5
Kanpur Fire Incident
– फोटो : अमर उजाला
एक के बाद एक फटने लगे केमिकल के ड्रम
महज पांच मिनट बाद ही दानिश के घर से आग की लपटें उठने लगीं। रात 8.45 बजे राहगीरों ने दमकल को मिलेट्री के जूते के कारखाने में आग लगने की सूचना दी। रात 9.15 पर दमकल की चार गाड़ियां मौके पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरू किया। आग बुझाने का काम जारी किया। अचानक 9.35 बजे मकान के भूतल में रखे जूतों को चिपकाने वाले केमिकल के ड्रम एक के बाद एक फटने लगे। इससे आग और विकराल हो गई। आग की भयावहता को देखते हुए 10.15 पर छह और दमकल की गाड़ियों को मौके पर बुलाया गयारात 10.35 तक 15 से ज्यादा थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा। पुलिसकर्मियों ने मोर्चो संभाला और तमाशबीनों की भीड़ को हटाने लगे।
3 of 5
Kanpur Fire Incident
– फोटो : अमर उजाला
घंटों चला बचाव कार्य
11.40 बजे डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी, एडीएम सिटी डॉ राजेश सिंह पहुंचे और बचाव कार्य का जायजा लिया। पांचवीं मंजिल से उठती आग की लपटों पर काबू न पाने पर दमकल कर्मियों ने रात 12.50 बजे फजलगंज फायर स्टेशन से हाईड्रोलिक प्लेटफार्म को मौके पर बुलाया। बचाव कार्य तेज हुआ, लेकिन आग में फंसे दानिश के परिवार के बचने की संभावना खत्म होने पर हैलट अस्पताल से पांच केजुएलटी बैग लेकर एंबुलेंस पहुंची। पानी की बौछार तेज होने पर देर रात 1.05 बजे आग पर काबू पा लिया। रात 1.20 पर एक बार फिर से आग भड़क उठी।
तेज लपटें देख पुलिस ने लोगों को मौके से खदेड़ा। देर रात 2.05 बजे एसडीआरएफ की पांच सदस्यीय टीम घटनास्थल पहुंची। करीब डेढ़ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद रात 3.30 बजे दानिश और पत्नी नाजली सबा के शव निकाले गए। रेस्क्यू टीम ने 5.34 बजे उनकी बेटियों सारा, सिमरा और इनाया के शव को मकान के दाहिनी ओर स्थित चप्पल के कारखाने की तरफ दीवार तोड़कर निकाला।
मुख्य गेट में आग की भभक इतनी थी कि वहां से शवों को पानी के बीच निकालना संभव नहीं था। सोमवार सुबह पोस्टमॉर्टम हाउस में 11.05 बजे पंचनामा की प्रक्रिया की गई। दोपहर 2.05 बजे शवों का पोस्टमॉर्टम शुरू हुआ। करीब दो घंटे बाद शाम 4.05 बजे शव परिजनों को सौंप दिया गया। इन्हें वह लोग घर रवाना हो गए। रात आठ बजे शवों को चमड़ा मंडी कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया गया।