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ekta murder case
– फोटो : amar ujala
चार महीने बाद मिला एकता का कंकाल तो हिल गया शहर
इस साल शहर का सबसे बड़ा मामला शेयर कारोबारी की पत्नी एकता गुप्ता की हत्या का रहा। 24 जून को सिविल लाइंस निवासी एकता घर से ग्रीनपार्क स्थित जिम के लिए निकली थी पर लौटी नहीं। इस पर कारोबारी ने जिम ट्रेनर विमल सोनी पर अपहरण का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। करीब चार महीने बाद पुलिस ने जिम ट्रेनर को 26 अक्तूबर को गिरफ्तार किया तो पता चला कि 24 जून को ही उसने एकता ही गला घोंटकर हत्या की थी। उसी दिन ही डीएम आवास परिसर स्थित ऑफिसर्स क्लब में शव दफना दिया था। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने खोदाई तो एकता का कंकाल मिला। विमल का कहना था कि एकता शादीशुदा थी लेकिन उसका रिश्ता तय होने पर दोनों में विवाद होने लगा था। विमल का रोका होने पर एकता ने विरोध जताया तो उसने हत्या कर दी। 23 दिसंबर को विवेचक ने 700 पन्ने की चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी। इसमें 40 गवाह व 350 पन्ने की व्हाॅट्सएप चैट को साक्ष्य के रूप में इस्तेमाल किया गया है।

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आईपीएस डॉ. आरके स्वर्णकार
– फोटो : amar ujala
अपनों और शहरियों से तालमेल न बैठा पाने वाले कमिश्नर सिर्फ चार माह टिके
शहर के चौथे पुलिस कमिश्नर रहे आईपीएस डॉ. आरके स्वर्णकार तीन जनवरी को हटाए गए थे। वह महज चार माह के कार्यकाल में न तो शहरियों से तालमेल बैठा पाए और न ही विभागीय अधिकारियों से। शहर को हिला देने वाले मामलों (कुशाग्र हत्याकांड और नाबालिग छात्रा से दुष्कर्म की वारदात) में मौके पर न पहुंचकर वह शहरवासियों की नाराजगी का शिकार बने। साथ ही ज्यादातर अधिकार अपने पास सुरक्षित रखने के कारण वह विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी खटकने लगे थे। जनप्रतिनिधि भी उनसे खुश नहीं थे। उनकी अधिवक्ताओं और मीडिया से भी पूरे कार्यकाल में टकराव की स्थिति बनी रही। सोशल मीडिया पर अपराधी के साथ फोटो वायरल होने का भी खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा।

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दंपती का फाइल फोटो
– फोटो : अमर उजाला
दीपावली में दीपक से आग लगने से बिस्किट कारोबारी और पत्नी की हुई थी मौत
काकादेव स्थित पांडुनगर एच-1 ब्लॉक निवासी संजय श्याम दासानी के घर में दीपावली की रात पूजा घर में जल रहे दीपक से आग लग गई थी। हादसे के वक्त घर में सो रहे बिस्किट कारोबारी संजय उनकी पत्नी कनिका और नौकरानी छवि के साथ पालतू बिल्ली की भी मौत हो गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से तीनों की मौत होने की बात पुष्टि हुई थी। संजय के पास पारले-जी बिस्कुट फैक्टरी की फ्रेंचाइजी थी। घर की सुरक्षा में लगाए गए ऑटोमैटिक लॉक के न खुलने से ये लोग बाहर नहीं निकल पाए थे। सुबह बेटे हर्ष के घर लौटकर आने पर हादसे का पता चल पाया था।

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kanpur accident
– फोटो : amar ujala
नाबालिग कार चालक की टक्कर से महिला की हो गई थी मौत, बेटी का टूट गया था बायां पैर और कूल्हा
दो अगस्त को साकेतनगर में टेलीफोन एक्सचेंज रोड पर नाबालिग छात्र ने स्टंटबाजी के चक्कर में स्कूटी सवार भावना मिश्रा को लग्जरी कार से टक्कर मार दी थी। कार की स्पीड 100 थी। सिर के बल गिरी भावना की मौके पर मौत हो गई थी। पीछे बैठी बेटी मेधावी करीब 20 मीटर दूर जाकर गिरी थी। उसका बायां पैर और कूल्हा टूट गया था। पुलिस की जांच में पता चला कि कार में दो किशोर और दो किशोरियां बैठी थीं। सभी स्कूल बंक करके घूम रहे थे। पुलिस ने कार चालक किशोर को इटावा स्थित बाल सुधार गृह भेजा था। हादसे के बाद पुलिस ने कुछ दिन तक तो नाबालिग चालकों के खिलाफ अभियान चलाया, लेकिन बाद में सब ठंडा पड़ गया।

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कानपुर में भीषण सड़क हादसा
– फोटो : अमर उजाला
भौंती हाईवे पर हुए दर्दनाक हादसे में पीएसआईटी के चार छात्रों की गई थी जान
14 अक्तूबर को सुबह भौंती हाईवे पर दर्दनाक हादसे में पीएसआईटी के बीटेक के चार छात्रों समेत पांच की जान चली गई। छात्र जिस कार में थे, वह आगे चल रही डंपर से टकरा गई थी, तभी पीछे से आ रहे सरिया लदे ट्राॅला ने कार को पीछे से इतनी जोरदार टक्कर मारी कि कार डंपर में चिपक गई। वैन चालक समेत सभी छात्रों के शवों को कार की छत और दरवाजे काटकर निकालना पड़ा था। डंपर और ट्राॅला के बीच क्रश हो जाने से हड्डियों का चूरा बन गया था। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी नहीं समझ पा रहे थे कौन हड्डी किस अंग की है।