मुजफ्फरनगर (Khatauli ) – समाजवादी पार्टी के लिए खतौली की सियासी फिजा इन दिनों पूरी तरह से गर्म हो चुकी है। इसकी बड़ी वजह रही चरथावल विधानसभा क्षेत्र से सपा विधायक पंकज मलिक का अचानक और प्रभावशाली दौरा। सपा नगर अध्यक्ष हाजी वसीम सिद्दीकी के आवास पर जैसे ही पंकज मलिक पहुंचे, कार्यकर्ताओं में उत्साह की लहर दौड़ गई। ढोल-नगाड़ों और नारों के बीच उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
🎯 संगठन की मजबूती के लिए चला संवाद का दौर
पंकज मलिक ने बैठक में मौजूद सभी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से न सिर्फ वर्तमान संगठनात्मक स्थिति की जानकारी ली, बल्कि 2027 के विधानसभा चुनाव को केंद्र में रखते हुए बूथ स्तर तक पार्टी की पकड़ मजबूत करने की रणनीति पर भी खुलकर चर्चा की।
“जमीनी स्तर पर कार्यकर्ता ही असली ताकत हैं। अगर हम सब मिलकर काम करें तो 2027 में सपा की सरकार पूर्ण बहुमत से बन सकती है,”
🔍 नए वोटरों को जोड़ने की रणनीति पर विशेष फोकस
बैठक का सबसे अहम हिस्सा रहा नए मतदाताओं को जोड़ने का अभियान। पंकज मलिक ने बताया कि आने वाले महीनों में पार्टी द्वारा विशेष अभियान चलाकर युवाओं, महिलाओं और पहली बार वोट देने वालों को पार्टी से जोड़ा जाएगा। इसके लिए सभी नगर व वार्ड स्तर के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई।
नगर अध्यक्ष हाजी वसीम सिद्दीकी ने आश्वासन दिया कि खतौली में सपा का संगठन न केवल सक्रिय है, बल्कि हर परिस्थिति में पार्टी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है।
👥 बैठक में मौजूद प्रमुख चेहरे
इस खास बैठक में पार्टी के कई मजबूत चेहरे मौजूद रहे, जिनमें शामिल थे:
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वली मंसूरी
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सभासद सोनू फरीदी
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असलम सिद्दीकी
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फईम सिद्दीकी
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अभिषेक गोयल (एडवोकेट)
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कफील सिद्दीकी
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अभिषेक जैन
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गुफरान अंसारी
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शब्बू मंसूरी
इन सभी ने पार्टी को मजबूत बनाने के लिए अपने विचार साझा किए और संकल्प लिया कि खतौली को सपा का गढ़ बनाकर रहेंगे।
🔥 चुनावी रणभेरी: खतौली से मिशन 2027 की शुरुआत!
खतौली में हुई यह बैठक केवल एक औपचारिक मुलाकात नहीं थी, बल्कि समाजवादी पार्टी के लिए मिशन 2027 की रणभेरी थी। पार्टी कार्यकर्ताओं को जहां नई दिशा दी गई, वहीं एक स्पष्ट संदेश भी दे दिया गया कि अब हर सपा कार्यकर्ता को मैदान में उतरकर जनता के बीच जाना होगा।
पंकज मलिक ने दोहराया कि
“अब वक्त आ गया है कि हम हर गली, हर मोहल्ले, हर बूथ पर पार्टी की नीतियों को पहुंचाएं।”
🧠 सियासी समीकरणों पर नजर: बीजेपी-कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी
खतौली की राजनीति में इस तरह की सक्रियता ने दूसरे दलों, खासकर भाजपा और कांग्रेस के लिए भी चिंता की लकीरें खींच दी हैं। जहां भाजपा सरकार को लेकर नाराजगी देखी जा रही है, वहीं सपा की इस नई सक्रियता ने विपक्ष के बीच हलचल मचा दी है।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यदि इस तरह की सशक्त रणनीति सपा अपनाती रही, तो खतौली से लेकर पूरे मुजफ्फरनगर जिले तक समाजवादी लहर देखी जा सकती है।
📈 सोशल मीडिया और डिजिटल कनेक्शन की भी बनी रणनीति
बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि आज का युवा वर्ग डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ज्यादा सक्रिय है। इसलिए पार्टी कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया के जरिये भी पार्टी के संदेश को तेजी से फैलाने के निर्देश दिए गए।
“Facebook, WhatsApp, Instagram और YouTube” जैसे प्लेटफॉर्म पर समाजवादी पार्टी के सकारात्मक कार्यों को उजागर करने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई जाएंगी।
🚨 महिला मोर्चा और अल्पसंख्यक विंग को मिलेगा नया नेतृत्व
इस बैठक में यह भी तय किया गया कि खतौली में महिला मोर्चा और अल्पसंख्यक सेल को और अधिक सशक्त बनाया जाएगा। युवा महिलाओं को नेतृत्व में आगे लाकर उन्हें समाजवादी विचारधारा से जोड़ने की योजना बनाई गई है।
🎤 क्या बोले कार्यकर्ता?
सभासद सोनू फरीदी ने कहा –
“सपा के प्रति लोगों में विश्वास बढ़ रहा है। आने वाले समय में खतौली में समाजवादी पार्टी की लहर देखने को मिलेगी। हम पूरी ताकत के साथ चुनाव की तैयारी में जुटेंगे।”
असलम सिद्दीकी बोले –
“हम सभी कार्यकर्ता एकजुट हैं और सपा को बूथ स्तर तक मजबूत करने का हरसंभव प्रयास करेंगे।”
💥 आखिर में: खतौली बनी सपा की रणनीति का नया केंद्र
एक तरफ जहां सत्ता पक्ष अभी भी जनता की नाराजगी को नजरअंदाज कर रहा है, वहीं सपा विधायक पंकज मलिक ने समय रहते मोर्चा संभाल लिया है। खतौली में हुआ यह आयोजन एक मजबूत संकेत है कि 2027 का रण अब शुरू हो चुका है।
यह सपा के लिए केवल संगठनात्मक मुलाकात नहीं, बल्कि एक रणनीतिक कदम है जो आने वाले महीनों में बड़े बदलाव का संकेत देता है।
⚠️ खतौली की यह सियासी हलचल साफ दर्शा रही है कि समाजवादी पार्टी अब मैदान में पूरी ताकत से उतर चुकी है। अगर यही रफ्तार बनी रही, तो 2027 में खतौली ही नहीं, बल्कि पूरा पश्चिमी उत्तर प्रदेश लाल रंग में रंगा नजर आ सकता है।