रायबरेली। परिषदीय विद्यालयों में बिना बताए गायब रहने वाले शिक्षकों पर शिकंजा कसने लगा है। निरीक्षण में 45 लोग गैरहाजिर मिले। खंड शिक्षा अधिकारियों और जिला समन्वयकों ने 19 अप्रैल से 8 मई तक ताबड़तोड़ निरीक्षण किए, जिसकी समीक्षा करने के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह ने कार्रवाई की। पांच प्रधानाध्यापकों और 18 सहायक अध्यापकों का वेतन रोकने तो 12 शिक्षामित्रों एवं 10 अनुदेशकों का मानदेय रोकने की कार्रवाई की गई।
बीएसए ने बताया कि प्रधानाध्यापकों में गुलाबगंज के राजीव कुमार, चुन्नीलाल खेड़ा की सुमन सिंह, टेढ़ी मनिया टीकर के अरविंद कुमार शुक्ला, निहाल खेड़ा की रिचा और धूता के विजय सिंह गैरहाजिर मिले। इसी तरह सहायक अध्यापकों में अच्छई की वैशाली गुप्ता, मोहनपुर की प्रतिभा देवी, लोधवामऊ की शमीम जहां, मुलिहामऊ के शिवेंद्र प्रताप, शिवगढ़ के संदीप कुमार, मुलिहामऊ की आंचल वैश्य, बेमौरा महेशखेड़ा के अमित कुमार, पूरे बरजोर के अजय कुमार वर्मा, बरवलिया के मो. सलीम, जब्बारीपुर के संजीव कुमार सिंह, गोपालीपुर के अशोक कुमार, बसिगवां की रंजना चौधरी, ईश्वरदासपुर के राम सुशील, काजीपुर तेलियानी के आशीष कुमार श्रीवास्तव, कमालपुर के भूपेंद्र कुमार तिवारी, हरदी के राकेश कुमार, नायन की शिल्पी और घुरहट के बृजमा यादव अनुपस्थित पाए गए। इन सभी का एक-एक दिन का वेतन रोक दिया गया है।