रायबरेली। जिले के किसानों को मुआवजा दिलाने के लिए मंगलवार से फसल नुकसान के सर्वे का कार्य शुरू करा दिया गया। वैसे तो यह सर्वे पूरे जिले में होना है, लेकिन सबसे पहले गंगा कटरी क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सर्वे का काम शुरू किया गया है। सर्वे के दौरान किसानों ने अधिकारियों को बताया कि बाढ़ के चलते उनकी धान, मूंग, उड़द की फसल खराब हो गई है। अधिकारियों ने खेतों में जाकर फसल नुकसान की सच्चाई देखी और पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिलाए जाने का भरोसा दिया है।

लालगंज और डलमऊ तहसील क्षेत्र में गंगा नदी में आई बाढ़ के चलते कटरी क्षेत्र में रोपी गई धान और बोई गई उड़द, मूंग, तिल आदि की फसलों को क्षति हुई है। इसके अलावा जिले की ऊंचाहार, सलोन, महराजगंज, सदर तहसील में बारिश के चलते फसलों को भारी नुकसान हुआ है। किसानों को फसल नुकसान का मुआवजा दिलाने के लिए कृषि विभाग, बीमा कंपनी के अधिकारियों की टीमें गठित की गईं थीं।

टीमों ने अब फसल नुकसान का सर्वे शुरू कर दिया है। पहले दिन सरेनी ब्लॉक क्षेत्र के कोटिया गांव में पहुंचे अधिकारियों ने खेतों में जाकर धान समेत अन्य फसलों के नुकसान को देखा। अधिकारियों ने किसानों से भी बातचीत करके जानने का प्रयास किया कि उन्हें कितना नुकसान हुआ है।

50 प्रतिशत नुकसान पर मिलेगा मुआवजा

फसल नुकसान का सर्वे कराया जा रहा है। बारिश व गंगा नदी के बाढ़ से खरीफ की फसलों को नुकसान हुआ है। एक सप्ताह में सर्वे का काम पूरा कर लिया जाएगा। 50 फीसदी नुकसान होने पर ही किसानों को मुआवजा मिलेगा।

– अखिलेश पांडेय, जिला कृषि अधिकारी



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