{“_id”:”67b6a3a8c2ea9f2a8a02d522″,”slug”:”maha-kumbh-2025-narrator-rajan-maharaj-says-there-is-a-need-to-identify-hindu-nation-not-to-create-it-2025-02-20″,”type”:”feature-story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Mahakumbh: ‘हिंदू राष्ट्र बनाने की नहीं…पहचानने की जरूरत’; खास बातचीत में बेबाकी से बोले कथावाचक राजन महाराज”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
राजन महाराज, कथावाचक – फोटो : अमर उजाला
विस्तार
भारत में पूरब से पश्चिम, उत्तर से दक्षिण तक सनातनी चिन्ह, नाम और प्रतीक हैं। जब प्राकृतिक रूप से हम सनातनी हैं तो फिर हमें हिंदू राष्ट्र बनाने की नहीं बस पहचानने की जरूरत है। यह कहना है कथावाचक राजन महाराज का।
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उनका मानना है कि हमारी संस्कृति ही हमारी ताकत है। यही हमारी अनमोल संपत्ति है, जबकि ज्ञान हमारा मार्गदर्शक है। प्रस्तुत है िवनोद कुमार तिवारी से बीते दिनों हुई बातचीत के अंश…
महाकुंभ में डुबकी लगाने को पूरी दुनिया आतुर है। इसे आप किस रूप में देखते हैं?
महाकुंभ सनातन संस्कृति का विलक्षण और अद्भुत पर्व है। भारतीय धरोहर की इस महान परंपरा को संरक्षित रखना और आने वाली पीढि़यों को इसके महत्व से अवगत कराना हमारा कर्तव्य है। पूरे विश्व में कोई भी देश इतना बड़ा आयोजन नहीं कर सकता। महाकुंभ लोगों की श्रद्धा और भक्ति है।
हिंदू राष्ट्र बनाए जाने की मांग हो रही है। आपकी नजर में क्या होना चाहिए?
भारत हिंदुओं की पुण्यभूमि है। हमारा देश हिंदू राष्ट्र का प्रतीक है। हिंदू राष्ट्र बनेगा क्या, हिंदू राष्ट्र तो पहले से ही है। भारत की प्रकृति को देखिए, हिमालय, नीलगिरी, हमारे देश में जितनी नदियां हैं, उनका नाम देखें। सब हिंदू राष्ट्र की प्रकृति की गवाह है। जरूरत है हमें समाज को जगाने की।