
चीफ इंजीनियर अनिल कुमार की फाइल फोटो, परिवार के लोग
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उत्तर प्रदेश के आगरा निवासी मर्चेंट नेवी के चीफ इंजीनियर अनिल कुमार की चीन के झेजियांग प्रांत के झोउशान शहर में 12 जून को मौत हो गई। उन्हें हृदयघात आने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। 13 दिन से पत्नी अंजुलता और 80 वर्षीय मां सहित परिवार के अन्य लोग शव आने के इंतजार में आंसू बहा रहे हैं। चीन में भारतीय दूतावास से मदद नहीं मिलने पर पत्नी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री को एक्स पर भावुक पोस्ट कर पति के पार्थिव शरीर को घर लाने में मदद की गुहार लगाई है।
चाणक्यपुरी कॉलोनी स्थित साईं धाम रेजीडेंसी निवासी अनिल कुमार एम.वी.जी.एच. नाइटिंगेल कंपनी में मुख्य अभियंता पद पर कार्यरत थे। घर में पत्नी अंजुलता के साथ दो बच्चे और 80 वर्षीय मां रामकिशोरी श्रीवास्तव हैं। पत्नी ने बताया कि पति 29 जनवरी को घर से गए थे। उनके पास 12 जून को फोन आया था। पति की मौत की जानकारी दी गई। वह सदमे में आ गईं। कंपनी के लोगों से पति के पार्थिव शरीर को लाने के बारे में पूछा। उन्होंने शव आगरा लाने के लिए चीन में सभी विधिक प्रक्रिया पूरी करने की बात कही।
पता चला कि पति का जहाज ड्राईडॉकिंग के लिए चीन के झेजियांग प्रांत के झोउशान शहर में पहुंचा था। 11/12 जून की रात अनिल की तबियत बिगड़ने पर उन्हें झोउशान अस्पताल झेजियांग विश्वविद्यालय, झोउशान शाखा में ले जाया गया था। सुबह वह अस्पताल से वापस आ गए। दोपहर में उन्हें फिर सीने में दिक्कत होने लगी। इस पर पुनः अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
प्रधानमंत्री जी आपकी मदद चाहती हूं…
मंगलवार को 13 दिन हो गए। वह तमाम बार कंपनी सहित दूतावास और अन्य अधिकारियों को ईमेल के माध्यम से जानकारी दे चुकी हैं। पति के पार्थिव शरीर को वापस लाने की गुहार लगाई। अब तक कोई जवाब नहीं मिल सका है। अब उन्होंने एक्स पर प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री को संबोधित पोस्ट किया है। इसमें लिखा है कि गहरे दुख के साथ मैं मदद चाहती हूं। मेरे पति का चीन में निधन हो गया है। हमें अंतिम संस्कार के लिए उनके अवशेषों को आगरा लाने की जरूरत है। कृपया जल्दी करें। आपकी त्वरित सहायता ही हमारी एकमात्र आशा है।