
दूसरी ओर दीपक का शव लेकर परिजन साढ़े छह बजे गांव पहुंचे। रिश्तेदारों के एकत्रित होने पर 9 बजे खेत में अंतिम संस्कार किया गया। चिता को मुखाग्नि बड़े भाई अभिषेक के चार माह के अबोध बेटे के हाथों चिता का स्पर्श कराकर दी गई। दो बेटों में से एक की मौत से पिता अजुद्दी प्रसाद सदमे में आ गए हैं। परिजन ने बताया कि दीपक हंसमुख लड़का था। सिर्फ, इतना कहा था कि बाल कटवाने के लिए बाजार जा रहा हूं चाचा। क्या सपने थे और क्या हो जाएगा यह किसी ने नहीं सोचा था। इंस्पेक्टर ने बताया कि कोई तहरीर नहीं दी गई है।
एकतरफा प्रेम में हुई वारदात
आगरा के एत्मादपुर के रहनकलां में एकतरफा प्रेम में एक युवक ने बुधवार को खूनी खेल खेला। शादी से इंकार पर भाई की साली की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद भी कनपटी पर गोली मारकर खुदकुशी कर ली। युवक मिलने के बहाने भाई की ससुराल आया था। कमरे में बंद होकर गोली मार लीं। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शवों को निकाला। घटना से युवक और युवती के परिवार में कोहराम मच गया।
भाभी की बहन से हुए प्यार
रहनकला गांव के किशनवीर बिल्डिंग ठेकेदार हैं। उन्होंने बड़ी बेटी भारती की शादी 4 साल पहले रामगढ़, बजेरा, टूंडला निवासी अभिषेक के साथ की थी। भारती की छोटी बहन बीटीसी कर रही थी। अभिषेक का छोटा भाई दीपक गुजरात मे एक कॉलेज से पॉलिटेक्निक कर रहा था। कुछ दिन पहले ही अपने घर आया था। पुलिस को ग्रामीणों ने बताया कि दीपक का भाभी भारती के घर आना-जाना था। इस दाैरान वह उनकी बहन ज्योति से एकतरफा प्रेम करने लगा। वह शादी करना चाहता था। मगर, घरवाले राजी नहीं थे। पिता ने एक ही घर में दूसरी बेटी की शादी करने से इंकार कर दिया था। इस बात पर दीपक परेशान चल रहा था। वह बुधवार दोपहर 11:30 बजे भाभी के घर आया। उस समय किशनवीर कुबेरपुर में एक साइट पर काम देखने गए थे। घर में उनकी पत्नी सुनीता देवी और पुत्रवधू के अलावा बेटी ज्योति माैजूद थीं।
दामाद के भाई को दी थी फल व कोल्डड्रिंक
दामाद के भाई के आने पर सुनीता देवी ने नाश्ता दिया। फल भी खिलाए। इसके बाद कोल्डड्रिंक लेने के लिए रसोई में चली गईं। तभी ज्योति भी कमरे में आ गई। आरोप है कि दीपक अपना मोबाइल और चश्मा छोड़कर ज्योति का हाथ पकड़ दूसरे कमरे में ले गया। इसके बाद अंदर से दरवाजा बंद कर लिया। यह देखकर सुनीता देवी दाैड़कर आईं। उन्होंने शोर मचा दिया। दरवाजा खुलवाने का प्रयास किया।