Muzaffarnagar में एसडी कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के बीबीए विभाग द्वारा आयोजित उन्नत भारत अभियान ने न केवल शैक्षणिक बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक जागरूकता के क्षेत्र में भी अपनी छाप छोड़ी। इस विशेष आयोजन में नारी सशक्तिकरण, योग करें निरोग और रंगोली प्रतियोगिता जैसे प्रेरणादायक विषयों पर कार्यक्रम आयोजित किए गए।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री हरेंद्र मलिक के कर-कमलों से हुआ। अपने संबोधन में उन्होंने योग के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “योग न केवल शरीर को स्वस्थ रखता है, बल्कि मानसिक शांति और आत्मिक संतुलन भी प्रदान करता है। प्राचीन भारत की इस विधा को अपनाकर हम न केवल निरोग रह सकते हैं बल्कि जीवन को सार्थक बना सकते हैं।”
नारी सशक्तिकरण पर विशेष चर्चा
कार्यक्रम संयोजक और उन्नत भारत अभियान कोऑर्डिनेटर डा. संगीता गुप्ता ने अपने संबोधन में नारी सशक्तिकरण के महत्व को स्पष्ट करते हुए कहा, “महिलाओं का सशक्तिकरण किसी भी समाज के विकास का आधार है। जब महिलाएं आत्मनिर्भर होती हैं, तो वे न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे समाज को सशक्त बनाती हैं। शिक्षा, आर्थिक स्वतंत्रता और राजनीतिक भागीदारी जैसे क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।”
उदाहरण:
कार्यक्रम में बताया गया कि कैसे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में महिलाओं के लिए स्वरोजगार और शिक्षा के अवसर बढ़ाने से उनका जीवन स्तर सुधर सकता है।
रंगोली प्रतियोगिता में कला का अनूठा प्रदर्शन
डा. सविता वशिष्ठ और राकेश वशिष्ठ (चंद्रशेखर पीजी कॉलेज के प्रबंधन समिति सचिव) ने रंगोली प्रतियोगिता के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने विभिन्न रंगों और डिज़ाइनों से अपनी कल्पनाओं को जीवंत किया। प्रतिभागियों ने पारंपरिक शैली को आधुनिक रंगों के साथ जोड़कर अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन किया।
निर्णायक मंडल की सदस्य डा. सविता वशिष्ठ ने कहा, “रंगोली न केवल एक कला है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर को भी प्रतिबिंबित करती है। इस तरह की प्रतियोगिताएं युवाओं को अपनी संस्कृति से जोड़ने का अवसर प्रदान करती हैं।”
योग से निरोग तक का सफर
योग सत्र में छात्रों को प्राणायाम, आसन और ध्यान के महत्व को समझाया गया। नियमित योग करने के फायदों को रेखांकित करते हुए मुख्य अतिथि श्री मलिक ने बताया कि कैसे योग हमें मानसिक और शारीरिक रूप से सशक्त बनाता है। कार्यक्रम के दौरान एक लाइव योग सत्र भी आयोजित किया गया जिसमें छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
छात्र-छात्राओं की भागीदारी और सम्मान समारोह
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया। प्रतियोगिता के विजेताओं को स्मृति चिन्ह और पुरस्कार प्रदान किए गए। विजेताओं के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी।
इस अवसर पर मौजूद शिक्षकों ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन न केवल छात्रों के शैक्षणिक विकास में सहायक होते हैं, बल्कि उन्हें सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी समृद्ध बनाते हैं।
विशेष योगदान
इस आयोजन में चंद्रशेखर पीजी कॉलेज के डा. सविता वशिष्ठ और राकेश वशिष्ठ का विशेष योगदान रहा। उनकी सक्रिय भागीदारी ने आयोजन को सफल बनाया।
मुजफ्फरनगर का यह कार्यक्रम केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि समाज में जागरूकता लाने और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देने का एक सार्थक प्रयास था। एसडी कॉलेज और चंद्रशेखर पीजी कॉलेज के इस संयुक्त प्रयास ने शिक्षा, कला और योग को एक मंच पर लाकर एक अद्वितीय उदाहरण प्रस्तुत किया।