Muzaffarnagar । अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का उत्सव हर साल महिलाओं के सम्मान, अधिकारों और समानता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है। इसी कड़ी में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले एस.डी. कॉलेज ऑफ फार्मेसी एंड वोकेशनल स्टडीज में इस बार महिला दिवस का आयोजन हर्षोल्लास और जोश के साथ किया गया

इस मौके पर भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें विद्यार्थियों ने सामाजिक मुद्दों पर अपने विचार रखे और महिलाओं से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा की। इस प्रतियोगिता में कई छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया और अपनी जबरदस्त प्रस्तुति से समां बांध दिया।


🔥 छात्र-छात्राओं ने रखे दमदार विचार, महिलाओं के अधिकारों पर हुई गंभीर चर्चा!

इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य छात्रों को समाज में व्याप्त कुरीतियों को समझने और उनके समाधान पर विचार करने का मंच देना था। भाषण प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने दहेज प्रथा, बाल विवाह, महिला शिक्षा, समानता, और वृद्धाश्रम की आवश्यकता जैसे ज्वलंत मुद्दों पर अपने विचार प्रस्तुत किए।

छात्रों ने कहा कि –
दहेज प्रथा समाज में एक घातक बुराई बन चुकी है, जिससे कई लड़कियों की जिंदगी प्रभावित हो रही है।
बाल विवाह केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि लड़कियों के भविष्य को अंधकार में डालने वाला कृत्य है।
महिला सशक्तिकरण के बिना समाज का विकास असंभव है।
बुजुर्गों के लिए वृद्धाश्रम केवल एक विकल्प नहीं, बल्कि एक जरूरत भी बनती जा रही है।


🏆 भाषण प्रतियोगिता के विजेता – प्रतिभाओं ने दिखाया दम!

इस जोरदार प्रतियोगिता में कई विद्यार्थियों ने भाग लिया, लेकिन विजेता बनने का गौरव कुछ ही को मिला।

🥇 प्रथम स्थानवृंदा तायल (बी.फार्मा प्रथम वर्ष)
🥈 द्वितीय स्थानमानसी (बी.फार्मा तृतीय वर्ष)

इन विजेताओं को कॉलेज के निर्देशक डॉ. अरविंद कुमार ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया और उनके शानदार प्रदर्शन की सराहना की।


📢 महिला सशक्तिकरण पर शिक्षकों ने दिया प्रेरणादायक संदेश

कॉलेज के शिक्षकों ने भी इस अवसर पर छात्रों को महिला सशक्तिकरण का महत्व समझाया। डॉ. वैशाली, डॉ. निशा सिंह, डॉ. पोपिन कुमार, डॉ. मयंक चितरांश आदि ने विद्यार्थियों को जागरूक किया कि महिलाओं को शिक्षा, समानता और अधिकार दिलाने के लिए हमें खुद को आगे लाना होगा।

इसके अलावा, कॉलेज प्रशासन ने भी इस बात पर जोर दिया कि भविष्य में भी इस तरह के सामाजिक जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, ताकि युवा पीढ़ी को समाज सुधार की दिशा में प्रेरित किया जा सके।


💃 पूरे कॉलेज में दिखी महिला दिवस की धूम – सभी शिक्षक और स्टाफ रहे उपस्थित!

इस अवसर पर कॉलेज के कई गणमान्य व्यक्ति और शिक्षक उपस्थित रहे, जिनमें शामिल थे:
👩‍🏫 शिक्षकगण: मीनू देवी, रितु कौशिक, रवि कुमार, आसिफ खान, दीपिका, संजीव रतन तिवारी, अनुराग कुमार, कुलदीप सैनी, मौ० जूबैर, नसीम अहमद, मुबास्सिर, अंशु पंवार, निदा बेबी, सुबोध कुमार, विनय कुमार, सना जैदी, सोनू कुमार, राहुल कुमार, अक्षय वर्मा, एलिश, अमन, स्मृति माथुर, आस्था, उत्सव गर्ग आदि।


📌 महिला सशक्तिकरण के लिए क्या कर सकते हैं हम?

👉 लड़कियों को शिक्षित करें और उनकी पढ़ाई में कोई बाधा न आने दें।
👉 लिंग भेदभाव से बचें और लड़कियों को लड़कों के बराबर अवसर दें।

👉 दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ आवाज उठाएं।
👉 महिलाओं के अधिकारों और उनकी सुरक्षा पर ध्यान दें।
👉 घर, स्कूल, कॉलेज और कार्यस्थल पर महिलाओं को सम्मान दें।


🔥 कॉलेज प्रशासन का संकल्प – भविष्य में भी होगा ऐसे आयोजनों का आयोजन!

कॉलेज प्रशासन ने यह संकल्प लिया कि आगे भी इस तरह के कार्यक्रम होते रहेंगे, ताकि विद्यार्थियों को सामाजिक मुद्दों पर सोचने और समाज सुधार में योगदान देने की प्रेरणा मिलती रहे।

यह आयोजन न केवल छात्रों में सामाजिक जागरूकता बढ़ाने का एक बेहतरीन माध्यम बना, बल्कि उन्हें एक जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा भी दी



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *