मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar News)मुजफ्फरनगर (सदर) की पावन धरती पर रविवार को जब भगवान परशुराम जयंती का दिव्य आयोजन हुआ, तो पूरा नगर आस्था, भक्ति और उत्साह के रंग में रंग गया। मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने सनातन धर्म सभा के भव्य आयोजन में शामिल होकर श्रद्धालुओं संग भगवान परशुराम का पूजन किया और समाज को धर्ममय बनाने का आह्वान किया।

सनातन धर्म सभा प्रांगण में वैदिक मंत्रोच्चार की दिव्यता के साथ हवन-यज्ञ का आयोजन प्रारंभ हुआ, जहाँ मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने श्रद्धालुजनों के साथ मिलकर आहुतियाँ अर्पित कीं। यज्ञ की अग्नि में घी की धाराओं के साथ श्रद्धा और विश्वास भी लहराता रहा। मंत्री ने भगवान परशुराम के जीवन आदर्शों – शौर्य, न्याय, तपस्या और धर्मपरायणता – का स्मरण करते हुए सभी श्रद्धालुओं से अपील की कि वे अपने जीवन में इन गुणों को अपनाएं और समाज को भी इन आदर्शों से ओत-प्रोत करें।

उन्होंने कहा, “भगवान परशुराम का आदर्श हर समय प्रासंगिक है। जब अन्याय सिर उठाए, तब परशुराम जैसे संकल्पवान व्यक्तित्व की आवश्यकता होती है। हम सब मिलकर एक सशक्त, समृद्ध और धर्मनिष्ठ राष्ट्र के निर्माण का संकल्प लें।”

भव्य शोभायात्रा ने बांधा समा

हवन यज्ञ के बाद नगर में भगवान परशुराम की भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भगवान परशुराम की सजीव झांकी, रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, भजन मंडलियाँ और आकर्षक रथों ने पूरे नगर को भक्तिमय वातावरण से भर दिया। शोभायात्रा के स्वागत के लिए नगरवासियों ने फूलों की वर्षा की और जगह-जगह जलपान व्यवस्था कर श्रद्धालुओं का अभिनंदन किया।

हर मोड़ पर “जय परशुराम” के नारों की गूंज थी, जिसने वातावरण को ऊर्जा और उमंग से भर दिया। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, हर आयु वर्ग के लोग इस भव्य यात्रा में भागीदारी करते नजर आए। महिलाओं ने रंग-बिरंगे परिधानों में भगवान परशुराम की जयकार करते हुए शोभायात्रा की शोभा बढ़ाई।

क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर के दिग्गजों की गरिमामयी उपस्थिति

कार्यक्रम में सर्व ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित जे.पी. शर्मा एडवोकेट ने कहा, “भगवान परशुराम हमारे आराध्य हैं और उनका आदर्श आज के समय में युवाओं को सही दिशा देने में सहायक है। आज की युवा पीढ़ी को चाहिए कि वह सनातन धर्म और संस्कृति से जुड़े और अपने जीवन को धर्ममय बनाए।”

सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने समिति संयोजक स्वामी श्री भगवान आश्रम व कोषाध्यक्ष संजय मिश्रा के अथक प्रयासों की सराहना की और कहा कि उनकी बदौलत ब्राह्मण समाज एकजुट होकर आज इस ऐतिहासिक आयोजन का साक्षी बना है।

इस दौरान प्रमुख उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में शामिल रहे:

  • पालिकाध्यक्ष श्रीमती मीनाक्षी स्वरूप

  • भाजपा नेता गौरव स्वरूप

  • वरिष्ठ भाजपा नेता डॉ. सुभाषचंद शर्मा

  • जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल

  • पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रमा नागर

  • पूर्व मंत्री योगराज सिंह

  • ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय संरक्षक पंडित जयकुमार शर्मा

  • सपा नेता राकेश शर्मा, इं. अशोक अग्रवाल, पूर्व विधायक अशोक कंसल

  • कांग्रेस नेता सुरेंद्र शर्मा, बसपा नेता सुशील शर्मा सहित कई वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और नेता।

हरियाणा से आए प्रसिद्ध लोकगायक पंडित मासूम शर्मा ने अपने भजनों से सभा में जान फूँक दी। उनके भक्ति गीतों पर श्रद्धालु झूमते और भावविभोर होते नजर आए।

संगठन और समाज सेवा का संदेश

कार्यक्रम के संयोजक स्वामी श्री भगवान आश्रम, कोषाध्यक्ष संजय मिश्रा और कार्यक्रम का संचालन कर रहे डॉ. संदीप शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह आयोजन समाज में धार्मिक चेतना फैलाने का एक माध्यम है। आने वाली पीढ़ियों तक हमारे ऋषि-मुनियों के संस्कार पहुँचें, यही इस प्रयास का मुख्य उद्देश्य है।

उन्होंने यह भी बताया कि आगे भविष्य में और भी बड़े स्तर पर धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन किए जाएंगे, ताकि सनातन धर्म की जड़ें और अधिक मजबूत हो सकें।

पूरे नगर में दिखा धर्ममय उत्सव का जादू

मुजफ्फरनगर शहर के कोने-कोने में शोभायात्रा का स्वागत बड़े ही हर्षोल्लास से किया गया। व्यापारियों ने अपनी दुकानों के बाहर रंगोली और पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। नगरवासियों ने जगह-जगह ठंडे पेय पदार्थ और प्रसाद वितरण की व्यवस्था कराई, जिससे श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

संगीत, भक्ति और श्रद्धा का ऐसा अनुपम संगम मुजफ्फरनगर में वर्षों बाद देखने को मिला। सड़कों पर जयघोष, मंदिरों में घंटियों की ध्वनि और जन-जन में भगवान परशुराम के आदर्शों को अपनाने की उमंग स्पष्ट नजर आ रही थी।

भविष्य की योजनाओं का संकेत

मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि आने वाले समय में सनातन धर्म से जुड़े ऐसे और भी आयोजनों को सरकारी और सामाजिक सहयोग से बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने वचन दिया कि भगवान परशुराम के जीवन से प्रेरणा लेते हुए समाज के हर वर्ग को शिक्षा, संस्कार और स्वावलंबन के पथ पर अग्रसर किया जाएगा।

उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में मुजफ्फरनगर को धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की योजनाएँ बनाई जा रही हैं, जिससे युवाओं को अपनी संस्कृति से जुड़ने का अवसर मिलेगा।


👉 नोट:

  • इस शानदार आयोजन ने यह संदेश दिया कि भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा आज भी जिंदा है और हर पीढ़ी में नया जोश भरती रहती है।

  • भगवान परशुराम जयंती जैसे आयोजनों से समाज में एकजुटता, नैतिकता और धार्मिक चेतना का संचार होता है, जो एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण की दिशा में बेहद आवश्यक है।



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