मुजफ्फरनगर। (Muzaffarnagar) में भारतीय किसान यूनियन (BKU) के शिक्षक प्रकोष्ठ द्वारा एक शानदार शैक्षिक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में हज़ारों शिक्षक और शिक्षिकाएं उपस्थित हुए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत थे, जिन्होंने इस आयोजन में शामिल हुए सभी शिक्षकों को प्रेरित किया और शिक्षा के महत्व को समझाया।
शिक्षकों के प्रति बीकेयू का समर्पण:
राकेश टिकैत ने अपने संबोधन में कहा, “दुनिया में शिक्षक सबसे पवित्र पेशे में से एक हैं। भारतीय किसान यूनियन शिक्षक प्रकोष्ठ के साथ हम हमेशा शिक्षक वर्ग की समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर रहते हैं। हमारे लिए यह सुनिश्चित करना बेहद ज़रूरी है कि शिक्षकों का उत्पीड़न न हो और शिक्षा क्षेत्र में भ्रष्टाचार न पनपे। हम इसे हर हालत में रोकेंगे।” उन्होंने आगे कहा कि शिक्षक समुदाय का योगदान हमारे समाज और राष्ट्र निर्माण में अतुलनीय है, और हम इसे कभी नजरअंदाज नहीं कर सकते।
राकेश टिकैत ने शिक्षकों से अपील की कि वे स्कूलों को सुंदर और स्वच्छ बनाएं, नशामुक्ति, शुद्ध खानपान और पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रयास करें। साथ ही उन्होंने शिक्षकों से “स्कूल चलो अभियान” को मजबूती से लागू करने की अपील की, ताकि शिक्षा का स्तर और भी बेहतर हो सके।
समस्या समाधान की दिशा में बीकेयू की प्रतिबद्धता:
कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती शारदा चैधरी ने की और मंच संचालन डॉ. संजीव, विनेश कुमार और श्रीमती अनु चैधरी ने किया। इस आयोजन के दौरान बीकेयू के जिलाध्यक्ष रामरतन बालियान ने भी शिक्षकों की समस्याओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “शिक्षकों को हर स्तर पर पूरा सहयोग मिलेगा। हम चाहते हैं कि आप अपने दायित्वों को निष्ठा से निभाएं और शिक्षा क्षेत्र में सुधार की दिशा में योगदान दें।”
बीकेयू के प्रदेश अध्यक्ष श्री रविंद्र सिंह ने भी अपनी बात रखते हुए शिक्षकों को बीकेयू शिक्षक प्रकोष्ठ से जुड़ने और संगठन की विचारधारा को फैलाने की अपील की। उन्होंने विश्वास दिलाया कि संगठन हमेशा शिक्षकों के हित में काम करेगा।
जिला कार्यकारिणी का विस्तार और नए पदाधिकारियों की नियुक्ति:
कार्यक्रम में बीकेयू शिक्षक प्रकोष्ठ की जिला कार्यकारिणी का भी विस्तार किया गया। इसमें सुधीर पोरिया को जिला संरक्षक, धर्मेंद्र मलिक को जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष, श्री दिवाकर शर्मा को जिला कोषाध्यक्ष, और प्रदीप लाल को जिला सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। इसके अलावा, कई अन्य पदों पर भी नियुक्तियां की गईं, जैसे कि श्रीमती अंजू चैधरी और श्रीमती पूनम पंवार को जिला महिला उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया।
इसके अतिरिक्त, पुरकाजी और जानसठ ब्लॉक की कार्यकारिणी का भी विस्तार हुआ। जानसठ ब्लॉक में सुनील कुमार को ब्लॉक कार्यकारी अध्यक्ष, श्रीमती निधि रानी को ब्लॉक कोषाध्यक्ष और सुधा देवी और हरभजन को ब्लॉक उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया। इसी तरह, पुरकाजी ब्लॉक में सुधीर कुमार को ब्लॉक कोषाध्यक्ष और शुभनंद और ब्रजवीर पंवार को ब्लॉक उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया।
शिक्षकों के लिए खास संदेश:
राकेश टिकैत ने आगे कहा, “शिक्षकों को न केवल समाज की दिशा बदलने का अवसर है, बल्कि उनके पास अपने छात्रों के भविष्य को आकार देने की जिम्मेदारी भी है। इसलिए हमें अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए। शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह जीवन की हर परत को आकार देती है।
उन्होंने स्कूलों में शुद्ध खानपान, पर्यावरण संरक्षण, और नशा मुक्त समाज की आवश्यकता पर भी जोर दिया। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि हमें अपनी आने वाली पीढ़ी को एक स्वस्थ, स्वच्छ और ज्ञानवर्धक वातावरण देना होगा ताकि वे राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभा सकें।
कार्यक्रम का समापन और आभार व्यक्त:
कार्यक्रम का समापन श्रीमती शारदा चैधरी ने सभी सम्मानित सदस्यों का आभार व्यक्त करते हुए किया। उन्होंने कहा, “आज का यह कार्यक्रम हम सभी के लिए प्रेरणादायक रहा है और हम मिलकर शिक्षा क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकते हैं।”
इस अवसर पर जनपद मुजफ्फरनगर के अन्य कई शिक्षक, जैसे रामरतन बालियान, लोकेश वशिष्ठ, अमित तोमर, राजेश्वर शर्मा, संजय शर्मा, रवि कुमार, आदेश शर्मा, कैलाश चंद, ओमदत्त गौतम, और अन्य ने भी अपने विचार रखे और इस आयोजन को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।
शिक्षकों के लिए यह आयोजन एक ऐतिहासिक क्षण था, और राकेश टिकैत के मार्गदर्शन ने उन्हें और भी सशक्त और प्रेरित किया। बीकेयू शिक्षक प्रकोष्ठ के इस आयोजन ने शिक्षकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया और उन्हें उनके कार्य में और भी बेहतर करने के लिए प्रेरित किया।
इस कार्यक्रम का आयोजन मुजफ्फरनगर के शिक्षकों और समाज के लिए एक नई दिशा का संकेत है। इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि जब शिक्षक और किसानों का संगम होता है, तो समाज में बदलाव आना सुनिश्चित होता है।