Muzaffarnagar ज़िले के मीरापुर थाना क्षेत्र में बीती रात पुलिस की कार्यप्रणाली में सख्त अनुशासन देखने को मिला। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) आदित्य बंसल ने एक बड़ी बैठक के माध्यम से मीरापुर थाने में नियुक्त विवेचकों का “अर्दली रूम” आयोजित किया। इस विशेष बैठक का उद्देश्य साफ था – लंबित विवेचनाओं को निष्पक्ष व गुणवत्तापूर्ण तरीके से समयबद्ध निस्तारित करना और अपराध नियंत्रण को प्राथमिकता देना।

महिला अपराधों पर विशेष नजर, वांछितों की गिरफ्तारी पर जोर

बैठक में विशेष रूप से महिला संबंधी अपराधों की विवेचना को त्वरित गति से प्राथमिकता के आधार पर पूरा करने के निर्देश दिए गए। साथ ही वांछित और वारंटधारी अभियुक्तों की गिरफ्तारी को शीघ्र अंजाम देने के लिए सख्त निर्देश जारी हुए। पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि थाने में लंबित शिकायतों और प्रार्थना पत्रों पर तत्काल कार्रवाई अनिवार्य है, ताकि जनता का विश्वास पुलिस पर बना रहे।

अवैध गतिविधियों पर जीरो टॉलरेंस की नीति

अदित्य बंसल ने थाने के समस्त अधिकारियों और कर्मचारियों को यह भी निर्देशित किया कि थाना क्षेत्र में अवैध मादक पदार्थों, शराब, जुआ और सट्टा जैसी गैरकानूनी गतिविधियों को पूरी तरह से जड़ से खत्म किया जाए। इसके लिए नियमित पैट्रोलिंग और सतर्कता जरूरी बताई गई। उन्होंने कहा कि शातिर अपराधियों व हिस्ट्रीशीटरों की पहचान कर उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई अनिवार्य है।

शातिर अपराधियों पर लगेगी लगाम, गैंगस्टर एक्ट में जब्ती की कार्रवाई तेज

इस बैठक का सबसे अहम बिंदु रहा – गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई। श्री बंसल ने आदेश दिया कि जिन अभियुक्तों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में मुकदमे दर्ज हैं, उनकी संपत्तियों को धारा 14(1) गैंगस्टर अधिनियम के तहत जब्त किया जाए। यह कार्रवाई अपराधियों की आर्थिक कमर तोड़ने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है।

हिस्ट्रीशीटरों की नियमित चेकिंग और फ्लाई सीट में प्रविष्टियाँ अनिवार्य

पुलिस अधीक्षक ने कहा कि हर थाने में हिस्ट्रीशीटर्स की नियमित चेकिंग होनी चाहिए और उनका गतिविधियों पर पूरा नजर रखा जाए। इसके साथ-साथ फ्लाई सीट में हर कार्रवाई की प्रविष्टि करना भी आवश्यक है, ताकि उच्च अधिकारियों को सटीक रिपोर्टिंग मिल सके।

भोपा क्षेत्राधिकारी सहित कई अधिकारी रहे मौजूद

इस महत्वपूर्ण बैठक में क्षेत्राधिकारी भोपा डॉ. रविशंकर सहित थाना मीरापुर के अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। बैठक का माहौल पूरी तरह से अनुशासित और गंभीर रहा, जिससे यह साफ संकेत गया कि अब पुलिस किसी भी अपराधी को बख्शने के मूड में नहीं है।

जनता से शालीनता, अपराधियों से सख्ती का संदेश

एक तरफ जहां पुलिस को अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाने को कहा गया, वहीं दूसरी ओर आम जनता से शालीन और संवेदनशील व्यवहार रखने के निर्देश भी दिए गए। श्री बंसल ने साफ किया कि पुलिस की छवि तभी मजबूत होगी, जब अपराधियों पर सख्ती और आम नागरिकों के साथ विनम्रता होगी।

पुलिस का नया प्लान: क्षेत्रीय शांति, सतर्कता और कानून व्यवस्था पर फोकस

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण द्वारा बनाई गई रणनीति से यह स्पष्ट है कि आने वाले समय में थाना मीरापुर क्षेत्र में अपराधियों की नींद उड़ने वाली है। पुलिस की प्राथमिकता अब सिर्फ एफआईआर लिखना नहीं बल्कि उसे अंजाम तक पहुंचाना है। यह सख्ती मीरापुर क्षेत्र में नए पुलिसिंग मॉडल की शुरुआत मानी जा रही है।

मुजफ्फरनगर में बढ़ती सख्ती: प्रदेश भर में उदाहरण बन सकता है मीरापुर मॉडल

मीरापुर थाने पर चल रही इस तरह की पहल उत्तर प्रदेश के अन्य थानों के लिए आदर्श मॉडल बन सकती है। सटीक दिशा-निर्देश, स्पष्ट जिम्मेदारियाँ और निष्पक्ष कार्यशैली – यही आज की पुलिसिंग की आवश्यकता है, और मीरापुर इसी रास्ते पर चल पड़ा है।


मुजफ्फरनगर के मीरापुर थाना क्षेत्र में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आदित्य बंसल द्वारा दिए गए सख्त आदेश और निर्देशों के बाद अब अपराधियों की खैर नहीं। जल्द ही गैंगस्टर एक्ट के तहत संपत्ति जब्ती की कार्रवाई शुरू होगी और जनता को अपराधमुक्त वातावरण मिलने की पूरी उम्मीद है।



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