Muzaffarnagar/बुढ़ाना (मुजफ्फरनगर): जिले में पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के आदेशानुसार जनपद मुजफ्फरनगर में चलाए जा रहे वांछित अपराधियों के खिलाफ धरपकड़ अभियान के दौरान पुलिस ने एक गैंग का पर्दाफाश किया। इस गिरोह का संचालन चोरी, तस्करी और अपराधों की एक लंबी सूची के साथ किया जा रहा था। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सात अपराधियों को गिरफ्तार किया और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार, चोरी का सामान, और नकद राशि बरामद की। इस ऑपरेशन के बाद बुढाना क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं, और पुलिस का दावा है कि इस गिरोह का भंडाफोड़ सिर्फ शुरुआत है।
पुलिस की यह बड़ी सफलता
बुढ़ाना पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर बडी कार्रवाई की और सात संदिग्ध अपराधियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अपराधियों से एक आरआरयू डिवाइस, दो केबिल काटने के कटर, दो बोरे मूंगफली, तीन 315 बोर के तमंचे, तीन जिन्दा कारतूस, चाकू, मोबाइल फोन और चोरी की एक आई-10 कार बरामद की गई। इस गिरोह के खिलाफ पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है, और इस गिरफ्तारी को पुलिस की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है।
कैसे हुई गिरफ्तारी
गिरफ्तारी से पहले 7 जनवरी को अमित कुमार ने तहरीर दी थी कि उसके घर का ताला तोड़कर उसके दुकान से मूंगफली और अन्य सामान चुरा लिया गया था। इसके बाद थाना बुढाना में मामला दर्ज किया गया था। इसी प्रकार 21 जनवरी को अजयवीर सिंह ने भी रिपोर्ट दर्ज करवाई कि बुढाना के चंधेड़ी रोड पर लगे टावर से आरआरयू डिवाइस चोरी कर लिया गया है। इन दोनों मामलों के बाद पुलिस ने दो विशेष टीमें बनाई थी। इन मामलों की गहनता से जांच करते हुए पुलिस ने मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर 25 जनवरी 2025 को इन अपराधियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार अपराधियों की सूची और उनसे बरामद सामान
पुलिस ने जिन सात अपराधियों को गिरफ्तार किया, उनमें:
- फैजान (24 वर्ष), निवासी ग्राम मसूरपुर, थाना मसूरपुर, जनपद मुजफ्फरनगर।
- आमिर (19 वर्ष), निवासी रहमिया मस्जिद के पास, खालापार।
- अनस (20 वर्ष), निवासी डाक्टर जावेद वाली, खालापार।
- समद (19 वर्ष), निवासी डाक्टर जावेद वाली, खालापार।
- मनीष (21 वर्ष), निवासी हडौली, थाना भौराकला।
- असलम (21 वर्ष), निवासी मंसूरपुर, जनपद मुजफ्फरनगर, और
- साकिब (23 वर्ष), निवासी किदवई नगर, दिल्ली।
इनसे पुलिस ने जो सामान बरामद किया, वह काफी चौंकाने वाला था। गिरफ्तार अपराधियों के पास से:
- 315 बोर के 3 तमंचे और 3 जिन्दा कारतूस।
- चाकू (नाजायज रूप से रखे गए)।
- भारी मात्रा में नकद राशि (₹30,000)।
- मोबाइल फोन (सैमसंग, एप्पल, ओप्पो, टेक्नो और वीवो)।
- चोरी किया गया आरआरयू डिवाइस और केबिल काटने के कटर।
- आई-10 कार, जो इन अपराधियों द्वारा चोरी की गई थी।
इन बरामदगी से यह साफ होता है कि ये अपराधी किसी बड़े गिरोह के सदस्य थे जो विभिन्न अपराधों में लिप्त थे।
अपराधियों का तरीका
गिरफ्तार किए गए आरोपियों का तरीका और आपराधिक गतिविधियों की तस्वीर भी काफी डरावनी थी। इन अपराधियों ने बुढाना और आसपास के इलाकों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया। उनका मुख्य निशाना मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, और विभिन्न छोटे-मोटे सामान थे, जिनसे वे आसानी से पैसे कमा रहे थे।
पुलिस ने बताया कि इस गिरोह का नेटवर्क बड़ा था और यह लोग क्षेत्र में सक्रिय थे। चोरी की वारदातें और तस्करी में ये लोग बहुत ही चालाकी से काम करते थे, जिससे किसी को इनके बारे में कोई संदेह नहीं होता था। पुलिस की इस कार्रवाई से इलाके में एक नए सुरक्षा माहौल का निर्माण हुआ है।
पुलिस की सक्रियता और आगे की योजना
बुढ़ाना पुलिस ने इस गिरोह के पकड़े गए सात अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और उनसे जुड़े अन्य लोगों की तलाश भी शुरू कर दी है। पुलिस उपमहानिरीक्षक और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की निगरानी में चलाए गए इस अभियान के बाद पुलिस ने अपनी भविष्य की योजनाओं का भी खुलासा किया। पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि वे इस तरह के अपराधों को खत्म करने के लिए विशेष रूप से साइबर और जमानत से संबंधित मामलों पर भी नजर रखेंगे। साथ ही, उन्होंने ये भी कहा कि क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी जाएगी और मुखबिर नेटवर्क को और मजबूत किया जाएगा।
क्षेत्रीय जनता का सहयोग आवश्यक
पुलिस की इस कार्यवाही के बाद, क्षेत्रीय जनता ने भी पुलिस की सराहना की है और बताया है कि पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई ने इलाके में सुरक्षा का माहौल बनाया है। लेकिन, साथ ही जनता से यह भी अपील की गई है कि वे अपनी सुरक्षा के प्रति सजग रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में पुलिस को सूचना दें।
समग्र समीक्षा
पुलिस की यह कार्रवाई इलाके के लिए महत्वपूर्ण है और इसके बाद बुढाना क्षेत्र में लोगों को सुरक्षा का एहसास हुआ है। हालांकि, इस गिरोह के पकड़े जाने के बाद भी कई सवाल खड़े होते हैं। क्या इस तरह के गिरोह केवल बुढाना तक ही सीमित हैं या फिर इनका नेटवर्क व्यापक है? क्या पुलिस अब इस अपराधी गिरोह के पीछे की सच्चाई जानने में सफल हो पाएगी? इन सवालों के जवाब समय के साथ मिलेंगे, लेकिन फिलहाल यह कार्रवाई एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।