मुजफ्फरनगर।(Muzaffarnagar News)सुक्खन लाल आदर्श कन्या इंटर कॉलेज, मीरांपुर में जानसठ रेंज सामाजिक वानिकी मुजफ्फरनगर की तरफ से स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत स्वभाव स्वच्छता- संस्कार स्वच्छता की थीम पर स्वच्छता ही सेवा 2024 के अंतर्गत कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
माध्यमिक शिक्षा क्षेत्र के सुक्खन लाल आदर्श कन्या इंटर कॉलेज, मीरांपुर में जानसठ रेंज सामाजिक वानिकी मुजफ्फरनगर की तरफ से स्वच्छता पखवाड़ा के अंतर्गत स्वभाव स्वच्छता- संस्कार स्वच्छता की थीम पर स्वच्छता ही सेवा 2024 के अंतर्गत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय वन अधिकारी रविकांत चौधरी ने बच्चों से स्वच्छता के विषय में बात की और स्वच्छता का महत्व बताया और इस वर्ष की थीम ष्स्वभाव स्वच्छता एवं संस्कार स्वच्छताष् के विषय पर दार्शनिक चिंतन प्रस्तुत किया और इस थीम का व्यापक अर्थ बतलाया।
क्षेत्रीय वन अधिकारी ने शौच, संतोष, तप, स्वाध्याय ईश्वर प्राणीधन आदि के माध्यम से नियम विषय पर चर्चा की, जोकि ष्योगदर्शनष् के द्वितीय अध्याय का 32वां सूत्र है के माध्यम से शौच के महत्व को बताया कि शौच अर्थात शुद्ध होना, शुद्धि दो प्रकार की होती है जिसमें एक बाह्य शुद्धि और एक आंतरिक शुद्धि होती है। अविद्या, मिथ्याभिमान, राग, द्वेष, काम, क्रोध, लोभ, मोह आदि को दूर करना ही आंतरिक शुद्धि है।
बाहर की शुद्धि में कम परिश्रम लगता है जबकि आंतरिक शुद्धि में अधिकतम परिश्रम की आवश्यकता होती है। बाहर की शुद्धि की अपेक्षा आंतरिक शुद्धि करने में अधिक प्रयत्न की आवश्यकता पड़ती है। इसी विषय पर रविकांत चौधरी ने छात्रों को बताया कि आंतरिक शुद्धि से ही हमारे संस्कार स्वच्छ होते हैं एवं हमारा स्वभाव सात्विकता की तरफ बढ़ता है लेकिन यदि हम आंतरिक शुद्धि नहीं करेंगे तो संस्कार दूषित हो जायेंगे जिसका स्वभाव पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा एवं जिस कारण समाज में नकारात्मकता एवं पापक्रम बढ़ते हैं। जो व्यक्ति संस्कार के रूप से स्वच्छ होगा एवं स्वभाव के स्तर से भी स्वच्छ होगा अर्थात वह स्वभावतरू ही बाह्य शुद्ध पर भी ध्यान देगा एवं अपने पर्यावरण को शुद्ध रखेगा।
इसी के साथ विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती बेदी ने भी बच्चों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाया एवं स्वच्छ रहने, प्रतिदिन स्नान करने और अपने परिवेश को स्वच्छ रखने के विषय में जानकारी दी, प्रेरित किया एवं स्वच्छता हेतु बालिकाओं का उत्साह वर्धन किया। इसके बाद बच्चो ने प्रतिवर्ष 100 घंटे स्वच्छता सेवा की शपथ ली। बालिकाओं ने इस अवसर कर स्वच्छता और पर्यावरण शुद्धि को लेकर पेंटिंग भी बनाई
विद्यालय के ईको क्लब द्वारा पर्यावरण और स्वच्छता पर कविता पाठ और व्याख्या प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर विद्यालय की तरफ से प्राचार्या महोदया एवं सभी अध्यापिकाएं उपस्थित थी एवं वन विभाग की तरफ से रविकांत चौधरी क्षेत्रीय वन अधिकारी जानसठ दीपक कुमार वनरक्षक आदि उपस्थित थे।