{“_id”:”67c3d8f335e67f73120e7c9e”,”slug”:”retired-ias-officer-booked-for-87-lakh-fraud-in-lucknow-accused-accused-of-being-member-of-shine-city-2025-03-02″,”type”:”story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”UP News: सेवानिवृत्त आईएएस पर 87 लाख की धोखाधड़ी का केस, आरोपियों पर शाइन सिटी का सदस्य होने का आरोप”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
Fir demo – फोटो : फाइल फोटो
विस्तार
राजधानी लखनऊ में कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने सेवानिवृत्त आईएएस अफसर डॉ. अशोक चंद्र व पांच अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की है। जमीन के नाम पर 87 लाख की धोखाधड़ी करने का आरोप है।
Trending Videos
नगराम के करोरा गांव निवासी हरिनाम के मुताबिक 2015 में उनके पिता अयोध्या प्रसाद ने चार बिस्वा जमीन बेचने के लिए परिचित सहन खेड़ा निवासी मिश्रीलाल से बात की थी। मिश्रीलाल ने बताया कि उनकी जमीन चमनलाल खरीदेंगे।
सौदा तय होने पर जब हरिनाम व उनके पिता मोहनलालगंज तहसील रजिस्ट्री कराने पहुंचे तो मिश्रीलाल का साथी दुर्गा प्रसाद मिला। मिश्रीलाल के वकील ने रजिस्ट्री पर बिना पढ़े पिता से अंगूठा लगवा लिया। इस बीच पता चला कि रजिस्ट्री चमनलाल के नाम पर न होकर किसी और को हो गई है।
मिश्री लाल व शैलेंद्र उन्हें व पिता को कलेक्ट्रेट ले गए। औपचारिकताओं के नाम पर सादे पेपर पर अंगूठा लगवा लिया। ठगों ने हरिनाम के चाचा से भी कागजों पर अंगूठा लगवा लिया। बाद में पता चला कि आरोपियों ने तीनों की जमीन को बेचने के लिए यह साजिश रची थी।
पीड़ित, उसके पिता व चाचा पर ही दर्ज करा दिया केस
हरिराम ने बताया कि जिलाधिकारी कार्यालय से आरोपियों को अनुमति भी मिल गई। फिर राजेंद्र ने पिता की जगह रिशु नाम के युवक को खड़ाकर सेवानिवृत्त आईएएस अफसर डॉ. अशोक चंद्र को जमीन बेच दी। आरोपियों ने उनसे 87 लाख रुपये भी ले लिए।
आरोप है कि रिटायर्ड आईएएस अधिकारी भी आरोपियों से मिला हुआ था। उसे फर्जीवाड़े की जानकारी थी। वहीं, सेवानिवृत्त आईएएस अफसर का आरोप था कि जमीन उन्हें मिली ही नहीं। आरोपियों ने उनसे पैसे ले लिए।
साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगाी
इस कारण उन्होंने हरिराम, उसके पिता व चाचा पर केस दर्ज कराया था। थानाध्यक्ष नगराम विवेक कुमार चौधरी के मुताबिक रिटायर्ड आईएएस, रिशू सिंह, शिवम भास्कर, शैलेंद्र सिंह, दुर्गा प्रसाद व मिश्रीलाल पर केस दर्ज किया गया है। साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगाी।