उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को दस खरब डालर तक पहुंचाने के लिए इन्वेस्ट यूपी की पुनर्संरचना की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समीक्षा बैठक में इन्वेस्ट यूपी के निवेश मित्र, सिंगल विंडो ऑपरेटिंग सिस्टम को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने के निर्देश दिए हैं। ताकि, प्रदेश में निवेश करने वाले उद्यमियों को आसानी से क्लियरेंस मिल सके और अधिक से अधिक एमओयू को धरातल पर उतारा जा सके।

Trending Videos

इन्वेस्ट यूपी को और अधिक प्रभावशाली बनाने एवं प्रदेश में अधिक से अधिक निवेशकों को आकर्षित करने के लिए निवेश मित्र और सिंगल विंडो ऑपरेटिंग सिस्टम की सभी समस्याओं को दूर किया जा रहा है। निर्देशों के मुताबिक सिंगल विंडो अधिनियम 2024 को प्रभावी तौर पर लागू किया जा रहा है। 

यह भी पढ़ेंः- UP Police Recruitment: आ गई सिपाही भर्ती की ज्वॉइनिंग डेट, इस तारीख से होगा मेडिकल परीक्षण; जानें पूरा शेड्यूल

इस महीने से ही सिस्टम एग्रीगेटर की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। ताकि, अलग-अलग विभागों के डाटा को लेकर एक ही स्थान पर निराकरण किया जा सके। सूचना और सुविधा देने के लिए टर्नअराउंड समय को कम किया जा सकेगा। प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाने के लिए अनावश्यक विलंब की स्थिति में संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने व उच्च स्तर के अधिकारियों तक सीधे ऑनलाइन शिकायत करने की सुविधा दी गई है।

इन्वेस्ट यूपी के तहत लैंड यूज परिवर्तन प्रक्रिया का पूरी तरह से धारा-80 के मुताबिक छह माह के भीतर डिजिटलीकरण किया जा रहा। भूजल उपयोग सहित विद्युत और जल कनेक्शन की प्रक्रिया को भी तीन माह में पूरा करना सुनिश्चित किया जाएगा।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

अभी अभी की खबरें