Tiger returns to Rahmankheda forest again

जंगल में जांच करती टीम।

लखनऊ। रहमानखेड़ा जंगल में बाघ वन विभाग के साथ आंख मिचौनी का खेल खेल रहा है। हर दिन शाम पांच बजे से सुबह छह बजे तक बाघ की चहलकदमी सबसे अधिक पाई जा रही है। दो दिनों के बाद बृहस्पतिवार को एक बार फिर से बाघ रहमानखेड़ा जंगल में देखा गया। हालांकि 77 दिन बाद भी बाघ को पकड़ा नहीं जा सका है। ऐसे में ग्रामीणों में चर्चा तेज है कि रेस्क्यू ऑपरेशन के नाम पर वन विभाग महज रस्म अदायगी कर रहा है।

Trending Videos

वन विभाग की ट्रैकिंग टीम को बाघ के नए पगचिह्न जोन-1, 2 व 3 में मिले हैं। बाघ को पकड़ने के लिए हथिनियों सुलोचना व डायना से जोन-2 में कांबिंग कराई गई। थर्मल ड्रोन के माध्यम से पूरे क्षेत्र की निगरानी की जा रही है। साथ ही बेल वाले ब्लॉक के पास जाल लगाने की कार्रवाई की गई। बेहटा नाले में नाव के माध्यम पेट्रोलिंग की, लेकिन बाघ का पता नहीं लगा है।

… तो फिर नए शिकार की तलाश में

बाघ ने जंगल इलाके में अपना 22वां शिकार 13 फरवरी को किया था। ऐसे में बाघ इस समय भूखा बताया जा रहा है। इसी के चलते जंगल के चारों ओर उसकी सक्रियता बढ़ रही है। वन विभाग के विशेषज्ञों की माने तो बाघ नए शिकार की तलाश में घूम रहा है। इधर, वन विभाग की टीम भी बाघ को पकड़ने के लिए सक्रिय है। जंगल के चारों मुख्य मार्गों पर पिंजरे और जाल लगाए गए हैं। ट्रैक्टर पर बनाए गए मोबाइल मचान पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम 24 घंटे निगरानी कर रही है।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *